रेहटी में चार इंच बारिश, माथनी स्कूल में भरा पानी, रिकार्ड हुआ खराब

- दिन में हल्की बूंदाबांदी तो रात में हुई मूसलाधार बारिश

सीहोेर-रेहटी।  बीते 24 घंटे में मंगलवार की सुबह 8 बजे तक रेहटी क्षेत्र में करीब 4 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है। इससे क्षेत्र के किसानों को काफी फायदा हुआ है, वहीं नदी-नालों भी उफान पर हैं। बीती रात हुई रेहटी क्षेत्र में अच्छी बारिश से क्षेत्र में धान की रोपाई के लिए पर्याप्त पानी आ गया है। इससे किसानों को काफी राहत मिली है। इधर तेज बारिश के कारण रेहटी तहसील के माथनी स्थित शासकीय स्कूल में पानी भरा गया। इसके कारण स्कूल का रिकार्ड भी खराब हो गया। जिले में अब तक पिछले साल के मुकाबले 19 जुलाई तक दोगुनी बारिश हो चुकी है।
जिले में 1 जून से 19 जुलाई तक 604.3 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है, जो कि गत वर्ष इसी अवधि में औसत वर्षा 308.5 मिलीमीटर थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1148.4 मिलीमीटर है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1 जून से 19 जुलाई तक जिले के वर्षामापी केंद्र सीहोर में 648.3 मिलीमीटर, श्यामपुर में 635, आष्टा में 542, जावर में 335, इछावर में 733.3, नसरुल्लागंज में 606.4, बुधनी में 613 और रेहटी में 721.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
बीते 24 घंटे में सबसे अधिक रेहटी क्षेत्र में हुई वर्षा-
जिले में बीते 24 घंटे में मंगलवार की सुबह 8 बजे तक 38.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। वर्षामापी केंद्र सीहोर में 28.2 मिलीमीटर, श्यामपुर में 9, आष्टा में 14, जावर में 15, इछावर में 44, नसरुल्लागंज में 21, बुधनी में 85 व रेहटी में 93.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
धान रोपाई के लिए खेतों में भरा पानी-
धान की रोपाई के लिए बुधनी और रेहटी में किसान खेत तैयार कर धान रोपाई के लिए गटा बना रहे हैं। साथ ही पिछले दिनों तक बारिश पर्याप्त मात्रा में नहीं होने से किसान धान रोपाई के लिए खेतों में पानी भर रहे थे। ऐसे में बीती रात रेहटी क्षेत्र में हुई अच्छी बारिश से किसानों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो गया है। इससे अब किसानों को धान की रोपाई करने में आसानी होगी।
माथनी स्कूल में भराया पानी, रिकार्ड हुआ खराब-
लगातार बारिश के कारण रेहटी तहसील स्थित माथनी के शासकीय स्कूल में बारिश का पानी अंदर तक भरा गया। पूरा स्कूल आसपास से पानी से घिर गया। इसके कारण स्कूल का रिकार्ड भी खराब हो गया है। बारिश के पानी को निकालने के लिए स्कूल के शिक्षकों ने मोेर्चा संभाला और पानी निकालने के साथ स्कूल का रिकार्ड बचाने की कवायद करते रहे। ग्रामीणों ने बताया कि माथनी स्कूल की बारिश में हर साल यही स्थिति रहती है, लेकिन इसकेे बाद भी यहां पर कोई कारगर उपाय नहीं किए जा रहे हैं। बारिश के दिनोें में बच्चों की पढ़ाई भी नहीं हो पाती है, क्योेंकि स्कूल के आसपास पानी भरा रहता है।
घोड़ापछाड़ नाले में आई बाढ़ के कटाव से नहर क्षतिग्रस्त हुई
सीहोर। जिले के कालियादेव सीप लिंक नहर गत दिवस घोडा़पछाड़ नाला के पास नहर का कुछ भाग अत्याधिक वर्षा से पाल की मिट्टी के कटाव के कारण नहर क्षतिग्रस्त हो गई है। नहर के क्षतिग्रस्त भाग की शीघ्र ही मरम्मत की जाएगी। नहर के क्षतिग्रस्त होने के संबंध में जलसंसाधन विभाग की सीप लिंक परियोजना की कार्यपालन यंत्री कुमकुम पटेल ने बताया कि अत्याधिक वर्षा के कारण घोड़ापछाड़ नाले में बाढ़ के पानी से नहर की पाल से मिट्टी का कटाव हुआ, जिससे नहर क्षतिग्रस्त हो गई। यह नहर वर्ष 2020 में भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है, जिसकी मरम्मत की जा चुकी है।

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