इंटरनेशनल जूडो खिलाड़ी कपिल का चयन विश्व चैम्पियनशिप में हुआ, पंडित प्रदीप मिश्रा ने किया सम्मानित

सीहोर। लगातार पांच सालों से सीहोर शहर का नाम देश और विदेश में रोशन करने वाले इंटरनेशनल जूडो खिलाड़ी कपिल परमार अजरबैजान के बाकू में चार से ग्यारह नवंबर तक खेली जाने वाली विश्व जूडो चैंपियनशिप के भारतीय दृष्टिबाधित टीम का चयन किया गया। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपने निज निवास पर परमार समाज के प्रतिनिधिमंडल द्वारा क्षेत्र का नाम रोशन करने वाले कपिल का स्वागत सम्मान किया। इस मौके पर विठलेश सेवा समिति की ओर से मनोज दीक्षित मामा, अग्रवाल समाज के कमलेश अग्रवाल, नीलेश अग्रवाल, मनीष शर्मा, देवेन्द्र दीक्षित, अभिषेक परसाई आदि बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी शामिल थे।
अजरबैजान के बाकू में चार से ग्यारह नवंबर तक खेली जाने वाली विश्व जूडो चैंपियनशिप के भारतीय दृष्टिबाधित टीम सेलेक्शन कैंप में मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी शामिल हुए। इसमें बेहतर प्रदर्शन के कारण शहर का नाम विश्व पटल पर रोशन करने वाले कपिल परमार का चयन किया गया। लगातार 16 घंटों का कठिन अभ्यास करने वाले कपिल परमार का लक्ष्य विश्व चैम्पियनशिप के बाद ओलंपिक में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड हासिल करना है।
शहर की पहचान है कपिल परमार-
मात्र चार साल की आयु से जूडो में देश का नाम रोशन करने वाले अपनी धून के पक्के कपिल परमार का भोपाल नाके स्थित मुरली में जन्म हुआ है। पिता राम सिंह परमार किसान हैं साथ ही चाय की दुकान भी चलाते हैं। उन्होंने 2018 में उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में सातवीं नेशनल प्रतियोगिता में गोल्ड हासिल किया। इसके बाद सीधे इंग्लैंड में आयोजित पैरा जूडो कॉमनवेल्थ गेम्स में साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी को हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया था। इंग्लैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में उसका चयन 60 किग्रा वर्ग में हुआ था। इसमें उसका पहला मैच इंग्लैंड से हुआ था। दूसरा उज्बेकिस्तान और तीसरा मुकाबला इंडिया के साथ ही हुआ जिसमें भी वह विजयी रहे। आखिरी फाइनल मुकाबला साउथ अफ्रीका के साथ हुआ। कपिल ने बताया कि दोनों के बीच कांटे की टक्कर रही। साउथ अफ्रीका को हराकर गोल्ड हासिल किया है।

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