कुबेरेश्वरधाम पर किया जाएगा शरद पूर्णिमा के अवसर पर खीर का वितरण

सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को खीर का वितरण किया जाएगा। भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के निर्देशानुसार विठलेश सेवा समिति के कार्यकर्ताओं के द्वारा यहां पर विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाएगी। रविवार पूर्णिमा है। इसे शरद पूर्णिमा कहा जाता है। धर्म-कर्म के साथ ही आयुर्वेद में भी शरद पूर्णिमा का महत्व बताया गया है। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात देवी लक्ष्मी पृथ्वी का भ्रमण करती हैं। इस दौरान देवी सभी से पूछती हैं को जागृति यानी कौन जाग रहा है? शरद पूर्णिमा की रात चंद्र की रोशनी औषधीय गुणों से भरपूर रहती हैं। चंद्र की रोशनी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसी वजह से इस पूर्णिमा की रात में घर के बाहर चंद्र की रोशनी में खीर पकाने की परंपरा है। घर के बाहर खीर पकाने से चंद्र की किरणें खीर पड़ती हैं, जिससे खीर में औषधीय गुण आ जाते हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि आगामी रविवार को यहां पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को समिति के द्वारा खीर की प्रसादी का वितरण किया जाएगा।
शरद पूर्णिमा पर्व पर किया जाएगा महाप्रसादी का वितरण-
सीहोरवासियों के सहयोग से आगामी शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर हर साल की तरह इस साल शहर के छावनी सब्जी मंडी चौराहे पर महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए नगर पालिका के पूर्व नेता प्रतिपक्ष नेता पवन राठौर ने बताया कि शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर आगामी सोमवार को सुबह सात बजे से शाम बजे तक साढ़े चार क्विंटल दूध की खीर की महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा, वहीं देर रात्रि को पूजा अर्चना भी की जाएगी। उन्होंने सभी से भव्य कार्यक्रम को सफल बनाए जाने की अपील की है।

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