रेहटी। तहसील मुख्यालय सहित आसपास के गांवों में धड़ल्ले से छोलाछाप डॉक्टरोें की दुकानें चल रही हैं। इनके पास न तोे प्रैक्टिस करने की अनुमतियां हैं औैर न ही कोई डिग्री है। इसके बाद भी खुलेआम ये छोलाछाप डॉक्टर मरीजों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। इतना ही नहीं लापरवाही जिम्मेेदार अधिकारियोें की भी है, जो न तो इनके खिलाफ कोई कार्रवाई करतेे हैं औैर न ही इनकी क्लीनिकों की जांच की जाती है। यही कारण है कि ये धड़ल्ले से प्रैक्टिस करके लोगों की सेहत को बिगाड़ रहे हैैं।
रेहटी तहसील मुख्यालय से करीब 105 गांव जुड़े हुए हैं। इन गांवों के लोग तबीयत बिगड़ने पर रेहटी आतेे हैैं। हालांकि रेहटी तहसील मुख्यालय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, लेकिन बड़ी संख्या में लोग छोलाछाप डॉक्टरों को भी दिखाते हैैं। दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का ये डॉक्टर उधारी में भी इलाज कर देतेे हैैं, इसकेे कारण इन सब डॉक्टरोें के नियमित मरीज हैं, जोे केवल इन्हें ही दिखाने के लिए आतेे हैैं।
सिर्फ 5 अस्पताल एवं डॉक्टरों को अनुमति-
रेहटी-बुदनी मेें केवल इन्हें हैं अनुमति-
सीएमएचओ कार्यालय द्वारा जो जानकारी दी गई है उसमें बुदनी ब्लॉक की बुदनी एवं रेहटी तहसील में केवल 6 डॉक्टर-अस्पताल को ही प्रैक्टिस की अनुमति है। इसमें से दो तो सरकारी अस्पताल एवं डॉक्टर हैं। एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुदनी एवं दूसरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेहटी है। इसके अलावा चार अन्य हैं। रेहटी तहसील में किसी भी छोलाछाप डॉक्टर के पास प्रैक्टिस की अनुमति नहीं है।
इनके पास है अनुमति-
– आलोक आयुर्वेदम क्लीनिक, बुदनी
– सीएचसी, बुदनी
– सीएचसी, रेहटी
– सौरभ क्लिनिक, बकतरा, बुदनी
– सुप्रीम फिजियो साल्यूशन, बुदनी
– ट्राइडेंट आक्यूपेशनल हेल्थ सेंटर, बुदनी
खुलेआम दी जाती है दवाइयां-
छोलाछाप डॉक्टर एक तरफ जहां बिना अनुमति एवं बिना डिग्री के मरीजों को देेख रहे हैैं तोे वहीं वे दवाइयां भी खुद के पास से ही उपलब्ध करवा रहे हैं। जबकि दवाइयां देना तोे गैर कानूनी है। हालांकि दवाइयां तो कई ऐसे मेेडिकल स्टोर्स भी दे रहे हैैं, जिनके पास न तो खुद का लाइसेंस है औैर न ही उनके पास इसके अधिकार हैं, लेकिन उन्होंने किराए के लाइसेंस पर मेडिकल स्टोर्स खोल ली हैै। इन पर भी कार्रवाई करनेे मेें स्वास्थ्य विभाग का अमला बेहद लचर रहा है।
इनका कहना है-
ब्लॉक मेें छोलाछाप एवं फर्जी डॉक्टरों को लेकर लगातार कार्रवाई की जाती है। बायां सहित कई स्थानोें पर कार्रवाई की गई है। कुछ समय से मेेरा स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है, लेकिन अब नियम विरूद्ध क्लीनिकेें संचालित कर रहे हैैं डॉक्टरोें पर कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. अंकुश शर्मा, ब्लॉक मेेडिकल आफिसर, बुदनी
समय-समय पर छोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाती है। यह मुहिम आगे भी चलती रहेगी।
– डॉ. मेहरबान सिंह, प्रभारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेहटी