अधिकारी चुनाव में व्यस्त, इसका फायदा उठाकर पोकलेन मशीन से खोेद डाली सरकारी जमीन

जानकारी होने के बाद भी प्रशासन ने बंद की आंखें, चल रहा है मिलीभगत से खेल

रेहटी। अवैध उत्खनन का पर्याय बन चुकी रेहटी तहसील एक बार फिर इसी अवैध उत्खनन कोे लेकर चर्चा में है। इस बार अवैध उत्खनन करने वालों ने पंचायत एवं निकाय चुनाव का फायदा उठाया। दरअसल प्रशासनिक एवं पुलिस का अमला इस समय चुनाव में व्यस्त है। इसका लाभ उठातेे हुए अवैध खनन कारोेबारी ने रेहटी तहसील के भूरीटेक, बोरधी के बीच में सरकारी जमीन को पोकलेन मशीन सेे खोद डाला। हालांकि इसकी जानकारी प्रशासन कोे है, लेकिन इसके बाद भी अवैध खनन कारोबारी पर कोेई कार्रवाई नहीं की गई है।
रेहटी तहसील में जमकर अवैध तरीकेे से खनन किया जा रहा है। यह खनन सरकारी जमीन से दिन-दहाड़े किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश हैं कि अवैध खनन बिल्कुल नहीं होना चाहिए, लेकिन उनकी ही विधानसभा में अधिकारियोें की नाक के नीचे जमकर अवैध उत्खनन किया जा रहा है। अवैध उत्खनन कोे लेकर अधिकारियोें को जानकारी भी दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई हैै। दिनदहाड़े मुख्य मार्ग सेे अवैध मिट्टी एवं कोपरे के डंपर सरपट दौड़ रहे हैं, लेकिन इन्हें रोेककर कोई पूछताछ नहीं की जा रही है।
खोद डाली सरकारी जमीन-
रेहटी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम भूरीटेक, बोरदी केे बीच में पोकलेन मशीन से सरकारी जमीन की खुदाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि यहां से अब तक एक हजार से अधिक डंपर अवैध मिट्टी एवं कोेपरा निकाला जा चुका है एवं खुदाई लगातार जारी है। इसी तरह ग्राम बोेरी नदी के पास भी वन विभाग की जमीन पर अवैैध तरीके से खुदाई की जा रही है। अधिकारियों केे संज्ञान में होेने के बाद भी अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई नहीं होेना कहीं न कहीं प्रशासनिक मशीनरी पर सवाल खड़ी करती है।

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