नई दिल्ली/भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा पहले ही अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट घोषित कर मैदान में उतर चुकी है, अब कांग्रेस ने अपने लीड कैंपेनर की घोषणा कर चुनावी बिसात में अपने दांव चलना शुरू कर दिए हैं। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी कांग्रेस के इलेक्शन कैंपेन की कमान संभालेंगी। मध्यप्रदेश में वह लगभग 40 जनसभाएं और रैलियां करेंगी। एक दिन में उनकी 2 से 3 रैलियां रहेंगी। चुनाव की घोषणा होने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका कमोबेश हर दूसरे दिन यहां रहेंगी।
प्रियंका के साथ राहुल भी आएंगे
प्रियंका के साथ कई बार राहुल गांधी भी यहां आएंगे, लेकिन मध्यप्रदेश में कैंपेन की रणनीति को अंतिम रूप प्रियंका ही देंगी। वह मध्यप्रदेश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के कैंपेन का भी जिम्मा संभालेंगी। रणनीति के तहत राहुल राजस्थान और तेलंगाना का कैंपेन लीड करेंगे। प्रियंका भी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से ब्रेक लेकर कुछ सभाएं राजस्थान और तेलंगाना में करेंगी।
तैयार किया ब्ल्यूप्रिंट
कांग्रेस के चुनाव रणनीतिकारों ने इसका ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। प्रियंका के ऑफिस ने भी इस बात की पुष्टि की है कि चुनाव की घोषणा होते ही प्रियंका गांधी के एमपी में दौरे शुरू हो जाएंगे। हमने कांग्रेस से जुड़े वरिष्ठ नेताओं से सवाल किया कि क्या प्रियंका एमपी में कैंप करेंगी? तो जवाब मिला कि ऐसा नहीं होगा। प्रियंका औसतन हर दूसरे- तीसरे दिन मध्यप्रदेश में होंगी।
कांग्रेस—भाजपा में सीधा मुकाबला
मध्य प्रदेश में सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच दिख रहा है। दोनों ही पार्टियों ने चुनावी वादे का पिटारा खोल दिया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने सीएम फेस भी तय कर दिए हैं। बीजेपी जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में ही चुनाव मैदान में जाएगी, वहीं कांग्रेस ने पीसीसी चीफ कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री पेश किया है।
भाजपा का डबल इंजन सरकार का फार्मूला
बीजेपी अपने डबल इंजन सरकार के पुराने फॉर्मूले को आगे बढ़ा रही है तो कांग्रेस शिवराज सरकार की एंटी इनकंबेंसी के सहारे चुनावी नैया पार लगने की आस में है। चुनाव प्रचार अभियान में भाजपा ने शिवराज के ऊपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा आगे कर दिया है। कांग्रेस भी पार्टी की जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी को मध्य प्रदेश में स्टार प्रचारक बनाकर बड़ी रैलियां करने की तैयारी में है।