रेहटी। नगर की कृषि उपज मंडी में किसानों की फसलें नीलाम करने के लिए बनाए गए लाखों की लागत के शेड इन दिनों व्यापारियों के ट्रक खड़ा करने के महफूज स्थान बने हुए हैं। इन शेडों में व्यापारियों के ट्रक खड़े हुए हैं। इसके कारण जहां इन शेडों के फर्श खराब होंगे तो वहीं यह परंपरा भी शुरू हो जाएगी। इस तरफ यहां के जिम्मेदार भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
रेहटी की कृषि उपज मंडी इस समय दुदर्शा की शिकार हो रही है। दरअसल मंडी यहां के स्थानीय व्यापारियों की जागीर भी बनी हुई है। वे जैसा चाहे वैसा करते हैं उनके लिए यहां के नियम-कानून कोई मायने नहीं रखते। यही कारण है कि बारिश के दिनों में लाखों-करोड़ों की लागत से बनाए गए किसानों की फसलें नीलाम करने वाले शेडों में ट्रक खड़े हुए हैं। इसके कारण यहां का फर्श भी उखड़ने लगा है तो वहीं यह परंपरा भी शुरू हो जाएगी। ऐसे में यहां पर अन्य वाहन भी लोग खड़ा करने लगेंगे। मंडी में वर्ष 2015 में इन शेडों का निर्माण कार्य कराया गया था। उस समय लाखों रुपए की लागत से इन्हें बनाया गया था, लेकिन अब ये शेड ट्रक वालों के लिए सबसे सुरक्षित स्थान बन गए हैं।
होते हैं राजनीतिक कार्यक्रम-
दरअसल सीजन के समय में इन शेडों में फसलें नीलाम करने की प्रक्रिया चलती रहती है। किसान इन टीन शेडों में अपनी गाड़ियां, ट्रैक्टर-ट्रॉली लगाते हैं और व्यापारी यहां पर नीलामी प्रक्रिया करते हैं। इसके अलावा यहां पर कई बार बड़े राजनीतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।
इनका कहना है-
आपके माध्यम से जानकारी मिली है। यदि शेडों में ट्रक खड़े हो रहे हैं तो यह उचित नहीं है। इस संबंध में जानकारी लेता हूं।
– राकेश दुबे, प्रभारी सचिव, कृषि उपज मंडी, रेहटी