सीहोर : मप्र कार्यभारित कर्मचारी दैनिक वेतन भोगी (स्थाई कर्मी) श्रमिक महासंघ ने सौंपा ज्ञापन

सीहोर। म.प्र. कार्यभारित कर्मचारी दैनिक वेतन भोगी (स्थाई कर्मी) श्रमिक महासंघ के समस्त स्थायीकर्मी, दैनिक वेतन भोगी एवं ठेका कर्मियों ने नगर पालिका अध्यक्ष विकास प्रिंस राठौर को ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया गया कि पूर्व में भी नपा सीएमओ के समक्ष निम्नलिखित मांगों के लिए निवेदन किया गया था, लेकिन आज तक कोई निराकरण नहीं किया गया है। इसको लेकर नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर को ज्ञापन सौंपकर मांग की गई है कि सभी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित अथवा विनियमितीकरण किया जाए। सभी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को 29 दिवस का वेतन दिया जा रहा है, जो आज के इस महंगाई के दौर में पूरा नहीं हो पाता है। नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर ने सभी कर्मचारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आप लोगों की मांगों का शीघ्र ही निराकरण कराया जाएगा। इस मौके पर प्रमुख रूप से महेश माहेश्वरी (अध्यक्ष), विनोद बियत (जिलाध्यक्ष), केके यादव, दीपक यादव, अमीन चांद, अनुराग राठौर, अरविंद मेवाड़ा, राकेश मांझी, जीवन विश्वकर्मा, प्रकाश पवैया, गणेश यादव, अजय राठौर, अलीम, फेजन, सोनू यादव, अनीस खान, मोज्जम, राहुल राठौर, दीपक गोस्वामी, मुस्ताफ, अनूप सिसोदिया, दानिश, गगन नामदेव, नरेश यादव, तिलक खाती, गगन कलमोदिया आदि उपस्थित रहे।
ये हैं प्रमुख मांगें-
– समस्त दैनिक वेतन भोगी को 30 दिवस का वेतन दिया जाए, सभी दैनिक वेतन भोगियों में से जो कर्मचारी कुशल अथवा उच्चकुशल की श्रेणी में आते हैं उन सभी कर्मचारियों को कुशल अथवा उच्च कुशल का वेतन दिया जाए।
– सभी दैनिक वेतन भोगियों को सालों से वेतन से ईपीएफ तो काटा जाता है परंतु समय पर जमा नहीं किया जा रहा है इसे शीघ्र जमा कराया जाए।
– निकाय में कार्यरत कुछ कर्मचारी फील्ड अथवा आफिस में ठेके पर सालों से कार्यरत हैं, उन्हें भी संविदा पर किया जाए।
– दैनिक वेतन भोगी अथवा विनियमित कर्मचारियों को कलेक्टर दर से जो समय-समय पर वेतन निर्धारित कर आदेश जारी किए जाते हैं वह आदेश का पालन नहीं किया जाता है, जिसके कारण कर्मचारियों को कलेक्टर दर से वेतन नहीं मिलने से मानसिक प्रताड़ित होना पडता है।
– समस्त दैनिक वेतन भोगी एवं विनियमित कर्मचारियों को ईपीएफ के आहरण में अनेक प्रकार की समस्या आ रही है, जिसे भी हल किया जाए।

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