Sehore News… थाली-चम्मच बजाकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने किया विरोध-प्रदर्शन

जारी रहा आंदोलन, संविदा नीति 2023 लागू करने की मांग, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू

सीहोर। अपनी मांगों के समर्थन में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ से जुड़े कर्मचारियों ने सोमवार को अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया। टाउन हाल पर धरना दे रहे ये कर्मचारी घरों से थाली और चम्मच लेकर पहुंचे और बजाते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वे 22 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं और अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की प्रमुख मांग संविदा नीति 2023 को शीघ्र लागू करने की है। कर्मचारियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संविदा कर्मियों की पंचायत में जो वादे किए थे, वे अब तक पूरे नहीं किए गए। कर्मचारियों का कहना है कि बार-बार मांगें उठाए जाने के बावजूद सरकार ने समाधान नहीं किया, जिससे उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा है। संविदा कर्मचारियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। इसी बीच, एनएचएम के मिशन संचालक ने शुक्रवार को सभी कलेक्टरों और सीएमएचओ को पत्र जारी कर हड़ताली कर्मचारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके विरोध में कर्मचारियों ने शुक्रवार को उक्त आदेश की होली जलाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। कर्मचारियों ने इस आदेश को दमनकारी बताया और इसे संवैधानिक अधिकारों का हनन करार दिया। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला इकाई सीहोर द्वारा सोमवार को हड़ताल के सातवे दिन अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की शुरुआत की गई, भूख हड़ताल के पहले दिन श्रीमती सुमन देवी अहिरवार और श्रीमती रुचि आर्य द्वारा भूख हड़ताल की गई, साथ ही थाली बजाकर प्रशासन को जगाया गया, हड़ताल के आठवें दिवस में सोयी हुई सरकार और एनएचएम प्रशासन को जगाने के लिए सांकेतिक रूप से भैस के आगे बीन बजाकर जगाया जाएगा, इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अम्बर मालवीय, गरिमा रावत, शांति साहू, सुनीता राजपूत, नीतू करदाते, रीना मालवीय, अंजना, मुस्कान सहित सैकड़ो की संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे।

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