Sehore News : सीहोर में रायशुमारी पर आपत्ति, शिकायत भी हुई

- निकाय चुनाव में टिकट को लेेकर मचा घमासान, कुछ चयनित लोगों तक ही पहुंचे पर्यवेक्षक, फिर से रायशुमारी की मांग

सीहोर.  नगरीय निकाय चुनाव केे लिए इस समय टिकट कोे लेकर घमासान मचा हुआ है। इसी बीच भाजपा के दिग्गज नेेता ने रायशुमारी कोे लेकर बड़ा आरोेप लगाया है। भाजपा नेता जसपाल अरोेरा नेे सवाल उठाया है कि रायशुमारी के लिए जोे पर्यवेक्षक सीहोेर आए थे वे केवल कुछ चयनित कार्यकर्ताओं एवं लोगों तक ही पहुंचे। पर्यवेक्षकोें को सीहोेर केे भाजपा नेताओं सेे भी रायशुमारी करनी थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि हर बार चुनाव सेे पहले एक स्थानीय चयन समिति भी बनाई जाती है, लेकिन इस बार पार्टी ने चयन समिति नहीं बनाई है। इसको लेकर पार्टी संगठन के वरिष्ठ नेताओं सहित सांसद रमाकांत भार्गव, जिलाध्यक्ष रवि मालवीय तक भी शिकायतें की गईं हैं।
नगरीय निकाय चुनाव केे लिए वार्ड पार्षदों के टिकट पर हर स्तर की तैयारियां चल रही हैं। इस बार संगठन का स्पष्ट रूख है कि टिकट सिर्फ उन्हें ही दिया जाएगा, जो चुनाव जिताउ चेहरा हो, इसके लिए जहां पार्टी ने अपने स्तर पर सर्वे कराया है तोे वहीं पर्यवेक्षकों के माध्यम सेे रायशुमारी भी की गई है। अब रायशुमारी को लेकर आपत्ति आई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जसपाल अरोरा ने इस पर आपत्ति उठाते हुए सवाल किया है कि क्या पर्यवेक्षकों को भाजपा के वरिष्ठ एवं प्रमुख नेताओें से नहीं मिलना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इस बार टिकट की डायरेक्ट सेंटिंग होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। टिकट उन्हेेें ही दिया जाए, जो चुनाव जीतने की तैयारी रखतेे हैं, लेकिन टिकट को लेकर ऐसे नामोें का चयन किया जा रहा है, जिनकी अपने ही वार्डोें में बेहतर छवि नहीं है। अब उनकी मांग हैै कि रायशुमारी फिर से कराई जानी चाहिए, ताकि पार्टी केे वरिष्ठ नेताओं को भी इसमें शामिल किया जाए।
भारी पड़ सकती है पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी-
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं चुनाव प्रबंधन समिति इस बार ऐसी तैयारियों में है कि हर वार्ड और हर निकाय चुनाव में भाजपा का प्रत्याशी जीतकर परिषद में पहुंचे और प्रदेश सहित सीहोर जिले की भी सभी निकायोें में भाजपा ही अध्यक्ष पद पर आसीन रहे। इसके लिए ऐसे चेहरोें की भी तलाश है, जो चुनाव जीतने के योेग्य हों। इसके लिए हर निकाय में पर्यवेक्षकोें कोे भेजकर रायशुमारी कराई गई, ताकि टिकट वितरण में ऐसे ही चेहरोें को चुनाव मैदान में उतारा जाए, जो चुनाव जीत सके। अब रायशुमारी को लेकर ही आपत्तियां आ रही हैं। कार्यकर्ताओें में भी नाराजगी दिखाई दे रही है। ऐसे में कहीं पार्टी नेताओें और कार्यकर्ताओें की नाराजगी भाजपा पर भारी न पड़ जाए।
हर स्तर तक हुई शिकायतें-
रायशुमारी में पार्टी नेताओं कोे तवज्जो नहीं देने का मामला उपर तक पहुंच गया है। सीहोर में रायशुमारी के दौरान पर्यवेक्षक कई वार्डों में नहीं पहुंचे, इसको लेकर पिछले दिनोें एक वार्ड के कार्यकर्ता विधायक सुदेश राय के घर भी पहुंचे थेे। इस दौरान यह सामने आया था कि रायशुमारी के लिए उनके वार्ड में कोई नहीं गया, इसलिए वे टिकट की मांग को लेकर विधायक केे निवास पर पहुंचे थे। इस संबंध में सांसद रमाकांत भार्गव, जिलाध्यक्ष रवि मालवीय सहित पार्टी व संगठन के वरिष्ठ नेताओं पर शिकायतें हुईं हैं।
दावेदारों में एक अनार-सौ बीमार की स्थिति-
सीहोर नगर पालिका के 33 वार्डोें में इस बार बड़ी संख्या में दावेदार सामने आ रहे हैं। हर वार्ड से चुनाव लड़ने के इच्छुक भाजपा नेताओं की लंबी सूची है, लेकिन टिकट किसी एक को ही मिलना है। ऐसे में चयन समिति के सामने भी कश्मकश की स्थिति बनी हुई है। सीहोर नगर पालिका के लिए इस बार जहां भाजपा केे वरिष्ठ एवं दिग्गज नेताओं में सीताराम यादव, प्रिंस राठौर, अमिता जसपाल सिंह अरोरा सहित अन्य नेताओं के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैैं, तो वहीं कई अन्य भाजपा नेता भी चुनावी मैदान में उतरनेे की पूरी तैयारी में हैं। हालांकि अब तक पार्टी सीहोर नगर पालिका के 33 वार्डों के लिए नामों का ऐेलान नहीं कर सकी है। इस पर माथापच्ची लगातार जारी है। इधर रायशुमारी कोे लेकर आपत्ति के बाद अब ज्यादा कश्मकश की स्थिति बनती नजर आ रही है।

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