कुबेरेश्वरधाम पर हुआ भगवान भोले के विशेष अभिषेक, जानिए क्या है महत्व

सीहोर। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया गया। इस मौके पर भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में भगवान का विशेष अभिषेक किया गया। गंगा दशहरा और गायत्री जयंती का पावन पर्व होने के कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं को भोजन प्रसादी के साथ ही शीतल पेयजल आदि का वितरण किया गया।
विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि पंडित श्री मिश्रा ने यहां पर हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में विशेष पूजा-अर्चना के पश्चात भगवान शिव का अभिषेक किया। इसके पश्चात यहां पर आने वाले हजारों श्रद्धालु ने भोजन प्रसादी की। कुबेरेश्वर धाम पर भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा के निर्देश पर निःशुल्क रूप से रुद्राक्ष का वितरण किया जा रहा है। समिति की ओर से पंडित विनय मिश्रा और समीर शुक्ला सहित अन्य के द्वारा यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की गई है। सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक नियमित रूप से वितरण किया जाता है। गंगा दशहरा पर भी देश के कोने-कोने से आए लोगों ने यहां पर दर्शन किए और रुदाक्ष ग्रहण किए। उन्होंने बताया कि ज्येष्ठ मास की दशमी तिथि को मनाया जाता है। पूरे देश में गंगा दशहरा धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन उन शहरों में विशेष उत्सव मनाया जाता है जहां से होकर गंगा नदी बहती है। गंगा दशहरे को लेकर यह मान्यता है कि इस दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इसी उपलक्ष्य में गंगा दशहरा मनाया जाता है। इस दिन दान पुण्य करने का विशेष महत्व शास्त्रों में माना गया है। माना जाता है कि इस दिन दान पुण्य करने और धार्मिक आयोजन करने से आपको धन की प्राप्ति होती है और मोक्ष का मार्ग खुलता है। वर्तमान समय में भौतिक जीवन जी रहे मनुष्य से जाने अनजाने जो पापकर्म हो जाते हैं उनकी मुक्ति के लिए मां गंगा की साधना करनी चाहिए कहने का तात्पर्य है जिस किसी ने भी पापकर्म किए हैं और जिसे अपने किए का पश्चाताप है और इससे मुक्ति पाना चाहता है तो उसे सच्चे मन से मां गंगा की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

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