Sehore News : समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी को लेकर अब तक स्थिति साफ नहीं, असमंजस में किसान

सीहोर जिले में मूंग की फसल का रकबा था 88 हजार 500 हेक्टेयर

सीहोर। समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी कोे लेकर इस बार अब तक सरकार की तरफ से स्पष्ट स्थिति नहीं की गई है। इसके लिए किसान भी असमंजस में हैै कि सरकार उनका मूंग खरीदेेगी या नहीं। किसानों की मूंग की फसल निकल रही है तो वहीं कई किसानोें ने फसल निकालकर मंडियोें में बेचना भी शुरू कर दिया है। इधर मौैसम ने भी किसानोें की चिंता कोे बढ़ा दिया हैै। ऐसे में स्थिति स्पष्ट हो तो किसान निश्चिंत हो सके।
इस बार सीहोर जिले में मूंग की फसल का रकबा करीब 88 हजार 500 हेक्टेयर में था। मूंग की फसल की बोवनी नसरूल्लागंज, रेहटी एवं बुदनी तहसील में सबसेे ज्यादा की जाती है। आष्टा तहसील के भी कुछ हिस्से में मूंग लगाई जाती है। इस समय किसानों की मूंग की फसल की कटाई होे रही है। कई किसान हार्वेस्टर से कटवा रहे हैं तोे कई किसान मजदूरों से कटवा रहे हैं। अब किसानों को यह चिंता सतानेे लगी हैै कि उनकी मूंग की फसल निकलने लगी है, लेकिन अब तक समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी कोे लेकर सरकार की तरफ सेे कोई पहल नहीं की गई है।
चुनावी साल में कहीं भारी न पड़ जाए लापरवाही-
इधर अब तक सरकार द्वारा मूंग खरीदी का निर्णय नहीं लेना कहीं चुनावी साल में पार्टी के उपर भारी न पड़ जाए। किसानों कोे उम्मीद हैै कि सरकार उनकी मूंग की फसल खरीदेगी, लेकिन अब तक सरकार द्वारा न तोे समर्थन मूल्य घोषित किया गया हैै और न ही मूंग खरीदी कोे लेकर अब तक कोई पहल की गई है। ऐसे में किसानोें में भी आक्रोेश है कि यदि इस बार सरकार समर्थन मूल्य पर गेहूं नहीं खरीदेगी तोे फिर चुनाव में देखना पड़ेगा। रेहटी तहसील के ग्राम कलवाना के किसान महेश सिंह बतातेे हैैं कि उनकी 30 एकड़ में मूंग की फसल लगी हुई थी। इसमें से उन्होंने निकाल भी ली है, लेकिन अब तक समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी कोे लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है। ऐसी ही स्थिति अन्य किसानों की भी है, जो कि उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सरकार कब तक समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी की घोषणा करेगी।
इनका कहना है-
समर्थन मूल्य पर मूंग की फसल खरीदी जाएगी या नहीं, इस संबंध में निर्णय राज्य सरकार को लेना है। अब तक इस संबंध में कोई निर्देश हमारे पास नहीं आए हैं।
– आरएस जाट, उप संचालक कृषि, जिला सीहोर

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