
सीहोर। आदिवासियों, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लोगों ने ईसाई मिशनरी इस्लामिक संगठनों के द्वारा क्षेत्र में कराए जा रहे धर्मांतरण और रिटायर जज नारीमन के द्वारा सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई धर्मांतरण रोकथाम विरोधी कानूनों को हटाने की याचिका को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के प्रांतीय पदाधिकारी जगदीश कुशवाहा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और समग्र आदिवासी समाज, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के नागरिकों द्वारा गुरुवार को इछावर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया है। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के प्रांतीय पदाधिकारी जगदीश कुशवाहा ने बताया कि रिटायर्ड जज नारीमन जो स्वयं ईसाई हैं। ईसाई संगठनों के साथ सितम्बर माह में सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें यह मांग की गई है कि भारत के जिन राज्यों में धर्मांतरण रोकने के लिए धर्म स्वातन्त्र अधिनियम के तहत कानून बनाए गए हैं उन्हें निरस्त किया जाए और सुप्रीम कोर्ट द्वारा तत्काल सुनवाई करते हुए नोटिस जारी कर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग को दिए गए, लेकिन राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग एवं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को सुप्रीम कोर्ट द्वारा नोटिस नहीं दिए गए, जबकि ईसाई मिशनरियों द्वारा एवं इस्लामिक जेहादी संगठनों द्वारा सर्वाधिक धर्मांतरण अजा-जजा एवं अनुसूचित जाति समाज का किया जा रहा है। कुशवाहा ने बताया कि जिसका साक्षात परिणाम है कि अजजा में नागा जनजाति, बोडो जनजाति विलुप्त होने की कगार में है।
पथ संचलन के लिए विधायक सुदेश राय ने की अपील –
सीहोर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सीहोर में रविवार 12 अक्टूबर को 10 हजार पूर्ण गणवेश धारी स्वयंसेवकों की बड़ी संख्या के साथ विशाल ऐतिहासिक पथ संचलन निकालने जा रहा है। इसकी तैयारियां अंतिम चरणों में हैं। पथ संचलन के लिए सीहोर विधायक सुदेश राय ने भी शहर की सभी बस्तियों एवं आसपास के ग्रामीण अंचलों में पहुंचकर संघ के कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे पथ संचलन में शामिल हों।