
सीहोर। जिस गांव में पानी नहीं होता है, वहां की फसल खराब हो जाती है, वहीं यहां संस्कार नहीं होते हैं वहां की पीढ़ी बिगड़ जाती है। कार वाली बहू घर में आते ही अपनी सरकार चलाएगी, इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपकी बहू आपकी सेवा करे, तो आप संस्कार वाली बहू लाएं। ये विचार पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यक्त किए। वे चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव
शिव महापुराण के छठवें दिवस भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि कर्म इस संसार में आने वाला हर जीव करता है, मगर भगवान शिव की आराधना और भक्ति केवल मानव तन से ही संभव है। उसके बाद भी कुछ लोग अपने कर्म और भक्ति के बाद स्वर्ग पाने की इच्छा मन में पालते हैं। उन्हें पता नहीं होता है कि जिसे वे स्वर्ग पाने का रास्ता समझते हैं, उस मानव तन को पाने के लिए देवता भी लालायित रहते हैं, क्योंकि मानव देह पाने के बाद ही भक्ति रस से मिलने वाले आनंद का अनुभव किया जा सकता है।
अश्वत्थामा ने की थी द्रौपदी के पुत्रों की हत्या-
आज होगा शिव महापुराण का समापन-
विठलेस सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि सात दिवसीय शिव महापुराण का रविवार को समापन किया जाएगा। कथा का श्रवण करने आने वालों के लिए आधा दर्जन से अधिक बड़े-बड़े पांडाल आदि की व्यवस्था की गई है। प्रशासन और सभी सामाजिक संगठनों के द्वारा पूरी व्यवस्था की गई है। इसके कारण फोरलेन आदि पर वाहनों की जाम की स्थिति निर्मित नहीं हो रही है। श्रद्धालुओं को कथा का श्रवण कराने के लिए पंडालों में से सीधा प्रसारण दिखाया जा रहा है। इसके अलावा शनिवार को पांच दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल, पांच महिलाओं को सिलाई मशीन के अलावा आधा दर्जन विद्यार्थियों के स्कूल की फीस समिति द्वारा दी गई।