सीहोेर। भारतीय जनता युवा मोेर्चा केे जिलाध्यक्ष कोे लेकर चल रही कवायद के बीच में सीहोर विधायक सुदेश राय के करीबी भूपेंद्र पाटीदार को इसकी कमान सौंपी गई है। वे भाजयुमो की पिछली कार्यकारिणी में जिला महामंत्री केे पद पर थेे, लेकिन इस बार उन्हें अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस पद के लिए जिलेभर से करीब आधा दर्जन युवा नेताओें की प्रबल दावेदारी थी, लेकिन उम्र के बंधन के कारण कई नेताओें को बाहर होना पड़ा।
जमीनी कार्यकर्ता के रूप में है पहचान-
युवा नेेता भूपेंद्र पाटीदार के पिताजी वर्षों से भाजपा की राजनीति में सक्रिय हैैं। भूपेंद्र पाटीदार को भी जमीनी कार्यकर्ता के रूप में पहचाना जाता है। वे लंबे समय से संगठन केे लिए काम कर रहे हैं। मूलतः सीहोर जिले की श्यामपुर तहसील के ग्राम झरखेड़ा निवासी भूपेंद्र पाटीदार ने अपनी राजनीति की शुरूआत छात्र जीवन से ही कर दी थी। वे अभाविप में भी रहे। इसके बाद उन्होंने जिला पंचायत सदस्य के लिए भी चुनाव लड़ा था। वे भाजयुमो में वर्षों से सक्रिय हैं औैर इस बार उन्हें जिलाध्यक्ष की कमान सौैंपी गई है।
चुनावों की रहेगी महत्वपूर्ण जिम्मेेदारी-
इस समय प्रदेशभर में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां चल रही हैं। इसके बाद आगामी नगरीय निकाय चुनाव, मंडी चुनाव, सहकारिता चुनाव के बाद वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव होना हैै। भूपेंद्र पाटीदार पर चुनावों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहेगी। वर्तमान में नियुक्ति के बाद उन पर पंचायतोें चुनावों की भी जिम्मेेदारी है। हालांकि पंचायतोें के चुनाव दलीय आधार पर नहीं होते हैैं, लेकिन जनपद एवं जिला पंचायत के चुनावों मेें उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
इन दावेदारों में मारी बाजी-
युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष के लिए इस बार जिले की सभी विधानसभा सीटों से कम से कम एक युवा नेता की दावेदारी थी। इनमें बुधनी विधानसभा से जहां पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश राजपूत की प्रबल दावेदारी थी तोे वहीं भाजयुमो इसी तरह सीहोर विधानसभा से भूपेंद्र पाटीदार, दीप प्रजापति, इछावर विधानसभा से सुनील परमार, आष्टा विधानसभा से शिवम सोनी भी जिलाध्यक्ष के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन इनमेें बाजी भूपेंद्र पाटीदारी ने मारी।