सोसायटियों में खाद की हो रही कालाबाजारी

जिले की लाड़कुई ग्राम पंचायत के किसानों ने कलेक्टर से शिकायत की है कि उनकी गेहूं की फसल को खाद चाहिए, लेकिन सोसायटी में खाद होने के बाद भी नहीं दिया जा रहा है। सोसायटी के कर्मचारी खाद को नकद राशि लेकर बेच रहे हैं।

सीहोर। किसानों को सहकारी समितियों से मिलने वाली खाद में जमकर कालाबाजारी की जा रही है। सहकारी समितियों से खाद किसानों को नहीं देकर नकद राशि लेकर बेचा जा रहा है। यह काम सोसायटियों के कर्मचारी कर रहे हैं। इस तरह की शिकायतें किसानों ने कलेक्टर को दिए गए आवेदन में की है।
जिले की लाड़कुई ग्राम पंचायत के किसानों ने कलेक्टर से शिकायत की है कि उनकी गेहूं की फसल को खाद चाहिए, लेकिन सोसायटी में खाद होने के बाद भी नहीं दिया जा रहा है। सोसायटी के कर्मचारी खाद को नकद राशि लेकर बेच रहे हैं। ये काम ये कर्मचारी वर्षों से करते आ रहे हैं। कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान रीतेश मालवीय और अखिलेश मालवीय सहित अन्य किसानों ने कहा कि कृषि कार्य का सीजन चल रहा है। खेत में गेहूं की फसल को खाद की आवश्यकता पड़ रही है, लेकिन कई बार सोसायटी के चक्कर लगाने के बाद भी खाद नहीं दिया जा रहा है। प्राथमिक कृषि साख सहकारी मर्यादित लाड़कुई के सभी खाताधारक किसान हैं। किसानों ने कहा कि प्रबंधक द्वारा यूरिया, डीएपी की अधिक कीमत वसूली जा रही है। बडे़-बडे़ किसानों को चेहरा देखकर खाद दिया जा रहा है। अनेक किसानों को लाईन में दो से तीन दिन तक खड़े रहने के बाद भी खाद नहीं दिया जा रहा है। किसानों से खाद के लिए कीमत से अतिरिक्त राशि की मांग प्रबंधक द्वारा की जाती है। किसानों ने बताया की पूर्व उक्त प्रबंधक पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। मूंग तुलाई में भी प्रबंधक द्वारा भ्रष्टाचार किया गया है। किसानों ने प्रबंधक के मामलों की जांच कर वैधानिक कार्रवाई किए जाने और खाद उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।