
सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सप्तमी 8 अप्रैल पर सलकनपुर आने का कार्यक्रम दो बार बदला गया। अंततः तीसरी बार जो कार्यक्रम जारी हुआ उसके अनुसार मुख्यमंत्री देर शाम सलकनपुर के लिए भोपाल से कोलार रोड सड़क मार्ग से रवाना हुए। समाचार लिखे जानेे तक वेे भोपाल सेे तोे रवाना हो गए थेे, लेकिन सलकनपुर नहीं पहुंचेे थेे। सड़क मार्ग की जानकारी लगते ही कोेलार रोड से लेकर मालीबांया चौराहे तक कार्यकर्ताओें एवं भाजपा नेताओें ने उनके स्वागत की तैयारियां कर लीं। फूलमाला, आतिशबाजी की तैयारियों के साथ कार्यकर्ता मौके पर डटेे रहे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सपरिवार हर वर्ष नवरात्रि पर सलकनपुर पहुंचते हैं एवं मातारानी के दर्शन करके प्रदेशवासियोें की सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। इस बार भी उनका नवरात्रि पर आने का कार्यक्रम सप्तमी तिथि 8 अप्रैल को बना। इसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जो कार्यक्रम जारी हुआ उसमेें उन्हें शाम 6 बजे के करीब सलकनपुर पहुंचना था एवं यहां पर उनका करीब ढाई घंटे तक रूकने का कार्यक्रम था, लेकिन देर रात कार्यक्रम में फेरबदल हुआ औैर दोपहर 11.15 बजे का कार्यक्रम तय हुआ। कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री केे आगमन एवं प्रोटोेकाल की व्यवस्थाएं जुटा ली गईं, लेकिन फिर उनके कार्यक्रम मेें बदलाव हुआ औैर देर शाम करीब 9 बजे सलकनपुर आने का तय हुआ। हालांकि रात साढे़ 9 बजेे समाचार लिखे जाने तक मुख्यमंत्री सलकनपुर नहीं पहुंच सके थे।
कलेक्टर-एसपी सहित अधिकारियों ने सुबह से ही संभाला मोर्चा-
सप्तमी के दिन होता है मातारानी का हवन-
नवरात्रि में नौ दिनोें तक मां बिजयासन की आराधना की जाती हैै। पंचमी तिथि को विशेष श्रृंगार एवं उनकी पूजा होती है। सप्तमी के दिन रात को मातारानी का हवन किया जाता है। हालांकि अष्टमी एवं नवमीं पर भी विशेेष पूजा-अर्चना की जाती है। सप्तमी केे हवन कोे विशेष माना जाता है। बताया जा रहा हैै कि इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सपरिवार हवन में आहूति देंगे एवं प्रदेशवासियोें की सुख-समृद्धि की कामना करेेंगे।