वाद विवाद स्पर्धा-पक्ष में मृदुल पांडे व विपक्ष में राजेन्द्र अव्वल

वाद विवाद स्पर्धा-पक्ष में मृदुल पांडे व विपक्ष में राजेन्द्र अव्वल

सीहोर। शहर के सैकड़ाखेड़ी स्थित संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र के तत्वाधान में जारी संकल्प खेल महोत्सव के दौरान तीन दिवसीय नशे पर वाद-विवाद प्रतियोगिता के पहले दिन नशे के लिए व्यक्ति स्वयं जिम्मेदार है य परिवार इसमें पक्ष में मृदुल पांडे और विपक्ष में राजेन्द्र सिंह कंग अव्वल रहे। करीब दो दर्जन से अधिक हितग्राहियों ने भाग लिया था। वहीं शुक्रवार को प्रतियोगिता के दूसरे दिन शाम को चार बजे से दूसरे चरण का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में वन विभाग के एसडीओ राजेश शर्मा, उत्कृष्ठ विद्यालय के प्राचार्य आरके बांगरे, एसजीएम के संचालक हिमांशु निगम आदि उपस्थित रहेंगे।
इस मौके पर केन्द्र के संचालक राहुल सिंह ने कहा कि नशा सेवन करने वाले का स्वास्थ्य और चरित्र खराब होता है, वहीं परिवार में कलह बढ़ता है। यह समाज को भी दूषित करता है। बताया कि युवा वर्ग में सिगरेट और गुटखा का लत अधिक देखा जा रहा है। जिस कारण उन्हें तरह तरह की बीमारियों का शिकार होना पड़ता है।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में हितग्राहियों ने अपने तर्क आदि दिए और बताया कि वह किस तरह नशे के चुंगल में आए और अब कैसे उनको मुक्ति मिल रही है। किसी एक व्यक्ति की नशे की लत से परिवार और समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है इसलिए किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहना ही इसका सर्वोत्तम इलाज है। कुछ बीमारियों का इलाज ही बचाव है, जबकि कुछ बीमारियों से बचाव ही उनका इलाज है। नशे की आदत को छोड़ने के लिए पीड़ित को ऐसे लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहिए, जो नशा ना करते हों। साथ ही सकारात्मक विचार रखते हों। नशे की सामग्री व्यक्ति को पहले उत्तेजित करती है, लेकिन उसके पश्चात जैसे-जैसे आप उसकी गिरफ्त में आते जाते हैं, वो व्यक्ति को भीतर से नकारात्मक बनाती है। जिससे व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास कम होने लगता है, जीवन में निराशा का भाव आने लगता है। साथ ही चिड़चिड़ापन पैदा होता है, जो उसकी सफलता और जीवन के रोजमर्रा के कामों में बाधक बनता है।