किसान परेशान हैं, फसल चौपट हो गई फिर भी नहीं किया सर्वे: रमेश सक्सेना

सीहोर। पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता रमेश सक्सेना ने किसानों के मुददे को लेकर सर्वे पर कई सवाल खड़े करते हुए कहा है कि बीते दिनों प्राकृतिक आपदा बरसात और ओले के कारण सीहोर विधानसभा क्षेत्र में फसलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। किसान की मेहनत पर पानी फिर गया है। किसान परेशान है। उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फसलों के सर्वे का तो बोल दिया है, लेकिन नीचे स्तर पर बीमा कंपनियां और अधिकारी-कर्मचारी किस प्रकार से सर्वे कर रहे हैं यह आपको विदित नहीं है। ये आपको तब पता चलेगा जब सही तरीके से सर्वे कर किसान को मुआवजा मिलेगा। किसान की फसल को नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जाए, सरकार मुआवजा दे, बीमा कंपनी से ऐसा एग्रीमेंट किया जाए, जब प्रत्येक किसान अपना बीमा कराता है, तो उसको व्यक्तिगत रूप से बीमा मिलना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। बीमा कंपनी अपने हिसाब से सर्वे करती है और किसानों को बीमा नहीं मिल पाता है। उन्होंने रामचरित मानस की एक चौपाई बांचते हुए कहा कि जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी, सो नृप अवसि नरक अधिकारी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी आप खुद समझते हैं। जिस राजा के राज में प्रिय प्रजा दुखी होती है उस राजा को नरक का अधिकारी बनना पड़ता है। मेरा ऐसा मानना है कि प्रदेश की पूरी प्रजा दुखी है, नौजवान दुखी है, बेरोजगार दुखी है, महंगाई चरम सीमा पर है।

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