
रेहटी। नवरात्रि के अंतिम दिन रविवार का अवकाश होने एवं रामनवमी के कारण सलकनपुर स्थित मां बिजासन धाम में दिनभर भक्तों के आने-जाने का तांता लगा रहा। इस दौरान 70 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां बिजासन के दर्शन किए। देर शाम तक भक्त मातारानी के दरबार में पहुंच रहे थे। कोरोना काल के 2 वर्षों के बाद इस बार सलकनपुर मंदिर में आम भक्त दर्शन कर सकें। पिछले 2 वर्षों से जहां मंदिर में नवरात्रि के दौरान आम भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा हुआ था तो वहीं नवरात्रि के दौरान लगने वाला मेला भी नहीं लगाया गया। इस बार इन सभी प्रतिबंधों से छूट दी गई। इसका असर यह रहा कि नवरात्रि में 9 दिनों तक हर दिन बड़ी भारी संख्या में भक्त मां बिजासन के दरबार में पहुंचे। इस दौरान पैदल यात्री भी भारी संख्या में सलकनपुर आए।
मोर्चे पर डटा रहा जिला एवं पुलिस प्रशासन का अमला-
सलकनपुर में भक्तों की सुविधाओं और उनकी सुरक्षा को लेकर जिला एवं पुलिस प्रशासन ने भी पुख्ता तैयारियां की थी। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने जहां जिले के सभी जिला अधिकारियों की समय-समय पर यहां तैनाती की थी तो वही एसपी मयंक अवस्थी ने भी सुरक्षा के दृष्टिगत चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया था। पुलिस टीम को एसपी के निर्देश भी थे कि चोरियां एवं ऐसे लोगों पर विशेष नजर रखी जाए जो संदिग्ध दिखे। इसी का परिणाम रहा कि नवरात्रि में ऐसी कोई घटना सलकनपुर में घटित नहीं हुई, जिससे भक्तों को कोई परेशानियां हो।
मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री भी पहुँचे-
नवरात्रि के दौरान वीआईपी का आना भी इस बार लगातार लगा रहा। नवरात्रि के दौरान जहां प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पहली बार सलकनपुर में माता रानी के दर्शन के लिए पहुंचे तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सपत्नीक यहां पहुंचे और मातारानी के दर्शन किए।