सायबर अपराध पर सीहोर पुलिस की कार्रवाई, वापस कराई राशि

अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस लगातार कर रही है धरपकड़

सीहोर। बढ़ते सायबर अपराध और इनके अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए जिला पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। यही कारण है कि सायबर अपराधी पुलिस की पकड़ में आ रहे हैं। पुलिस द्वारा लोगों को लगातार समझाईश के बाद भी वे सायबर अपराधियों के शिकार हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला राकेश कुमार पिता हेमराज सिंह निवासी ग्राम टिटोरिया, तहसील आष्टा का आया। इस मामले में राकेश कुमार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय सीहोर में फ्राड होने संबंधी शिकायत की थी। इसमें बताया गया था कि दिनांक एक दिसंबर 21 को उसके खाते से 14 हजार 999 रुपए कट गए। उक्त संबंध में आवेदक द्वारा बैंक का कस्टमर केयर नंबर गूगल से निकालकर फोन लगाया गया, फोन तत्काल ही कट गया एवं अन्य एक नंबर से फोन आया, जिसने स्वयं को बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी बताया एवं आवेदक को झांसे में लेकर ओटीपी प्राप्त कर खाते से 17 हजार रूपए निकाल लिए। इस मामले में आवेदक के साथ कुल राशि 32 हजार रूपए का फॉड हुआ।
पुलिस अधीक्षक ने दिखाई तत्परता-
इस शिकायत पर पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी द्वारा समीर यादव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर के मार्गदशन में सायबर सेल शाखा को कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सायबर सेल द्वारा तकनीकी सहायता से त्वरित कार्रवाई कर संबंधित बैंक एवं कंपनी से पत्राचार कर फ्रॉड करने वाले व्यक्ति द्वारा अमेज़न से 14 हजार 999 रूपए के किए गए ऑर्डर को निरस्त करवाकर आवेदक की फ्राड संबंधी 14 हजार 999 खाते में वापस जमा कराए गए।
सीहोर पुलिस ने की अपील-
सायबर अपराधों को लेकर पुलिस द्वारा लगातार लोगों को समझाईश दी जाती है। इसके बाद भी वे इन अपराधों के शिकार हो रहे हैं। इसको लेकर सीहोर पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव ने एक बार फिर लोगों से अपील की है कि वे इन अपराधियों से सावधान रहें और किसी भी बैंक या अन्य व्यक्ति कोे अपना ओटीपी नंबर न दें। उन्होंने यह भी कहा है कि कोई भी बैंक कभी भी किसी भी ग्राहक को फोन लगाकर ओटीपी नहीं लेती है। क़पया सावधानी बरते, सचेत रहे।