मौसम को लेकर चेतावनी, फिर भी हो रही लापरवाही

- धान उपार्जन में सामने आ रही कई खामियां, समय पर नहीं खुल रहे वेयर हाउस, किसान हो रहे परेशान

सीहोर। मौसम को लेकर विभाग ने अलर्ट जारी किया है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि जिले में भी बारिश हो सकती है, लेकिन इसके बाद भी धान उपार्जन में जुटा अमला लापरवाही बरत रहा है। कई जगह समय पर वेयर हाउस नहीं खुल रहे हैं तो कई जगह समय से पहले बंद हो रहे हैं। इसके कारण किसानों का अनाज भी नहीं तुल पा रहा है। किसान अपनी उपज लेकर सुबह से वेयर हाउस पर आ जाते हैैं, लेकिन इस कार्य में लगा अमला एवं वेयर हाउस का स्टाॅफ 10 बजे के बाद ही पहुंचकर वेयरहाउस को खोलता है। इधर शाम को 6 बजे के बाद बंद भी कर दिया जाता है, जबकि हिम्माल देर रात तक कार्य करने के लिए तैैयार हैं।
जिलेभर में तेजी से धान खरीदी के निर्देश हैैं। पिछले दिनों कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने रेहटी तहसील का दौरा करके वहां पर धान खरीदी में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद हिम्माल एवं तौलकांटोें की संख्या भी बढ़ाई गई, लेकिन इसके बाद भी किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। किसान अपनी उपज लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें वहां अपनी बारी का लंबे समय तक इंतजार करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कई सेंटरोें पर तोे वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के कर्मचारी चाबी लेकर 11 बजे तक पहुंच रहे हैं, इसके कारण तुलाई का कार्य भी देरी से शुरू होता है।
उपार्जित अनाज सुरक्षित रखने के निर्देश-
इधर मौसम विभाग द्वारा असामायिक वर्षा की संभावना की सूचना को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने उपार्जित उपज के सुरक्षित भंडारण के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने उपार्जन केंद्र पर भंडारित उपज का त्वरित परिवहन कराकर गोदामों, कैंपो में सुरक्षित भंडारण एवं आवश्यकता होने पर ट्रक से परिवहन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने गोदाम स्तरीय केंद्रों पर उपार्जित उपज को उपार्जन दिवस में ही गोदाम में भंडारण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने निर्देश दिए हैं कि उपज की तौल यथासंभव कवर्ड स्थान पर कराई जाए, जिससे उपार्जित उपज को वर्षा से बचाया जा सके। उपार्जन केन्द्रों पर उपज की तौल के उपरांत बारदानों की तत्काल सिलाई कर ऊंचे एवं पक्के स्थान पर स्टेकिंग लगाकर रखी जाए एवं वर्षा से बचाव के लिए तिरपाल से कवर किया जाए। उन्होंने असामयिक वर्षा की संभावित अवधि (5 जनवरी से 7 जनवरी) में कम से कम मात्रा का उपार्जन करने निर्देश दिए। इसी प्रकार उपार्जन केन्द्र के परिसर में वर्षा के पानी का भराव न हो यह सुनिश्चित करने एवं आवश्यक होने पर उपार्जन केन्द्र को अन्यत्र स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों को उपज तिरपाल से ढंक कर लाने की जानकारी देने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। एसएमएस प्राप्त किसानों की उपज की तौल एवं परिवहन, निर्धारित दिवस में ही सुनिश्चित कराने के लिए भेजे जाने वाले एसएमएस को सीमित रेग्यूलेट कलेक्टर लॉगिन से कराया जा सकता है।
इनका कहना है-
किसानों से उनकी उपज लेने का कार्य किया जा रहा है। सभी वेयर हाउसों को 10 बजे से पहले खोल दिया जाता है, ताकि समय से कार्य प्रारंभ हो जाए। तुलाई कार्य 4 बजे तक करके उसके बाद स्टैक लगाने का कार्य कराया जाता है, ताकि अगले दिन के लिए फिर से वेयर हाउस में जगह हो जाए और कार्य प्रभावित न हों।
– प्रभाकर गवई, प्रबंधक, वेयर हाउसिंग कारपोरेशन, बोरी कैप