आपसी रंजिश में उतारा था मौत के घाट, 12 घंटे में पकड़ाए अपराधी

गत दिवस गड़रिया नाला बुधनी के पास हुई थी घटना

बुधनी-रेहटी। पुलिस ने आपसी रंजिश को लेकर एक व्यक्ति कोे मौत के घाट उतारने वाले अपराधियों को 12 घंटेे में ही पकड़ लिया। घटना गत दिवस गड़रिया नाला बुधनी के पास की है।
जानकारी के अनुसार 22-23 अप्रैल की मध्य रात्रि में आपसी रंजिश को लेकर इमरत पिता विजय सिंह निवासी वार्ड क्रमांक 5 बुधनी की हत्या हो गई थी। इस संबंध में थाना बुधनी में अपराध क्रमांक 133/22 धारा 147, 148, 149, 302 भादवि, 3(2)(अ) एससी-एसटी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के निर्देश पर थाना प्रभारी बुधनी विकास खीची के नेतृत्व में आरोपियों को पकड़ने केे लिए अलग-अलग टीम गठित की गई थी। गठित टीमों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्तगण संजीव उर्फ अजय उर्फ प्रताप पिता पप्पू उर्फ नारायण राजपूत निवासी इंद्रानगर बुदनी, विजय पिता परमशिवम उईके निवासी इंद्रानगर बुधनी, राजसिंह पिता सेवाराम सैनी निवासी इंद्रानगर बुधनी, अभिषेक उर्फ पिता श्यामलाल गौंड निवासी अहमदपुर चौराहा विदिशा वर्तमान निवासी इंद्रानगर बुदनी एवं एक अन्य बाल अपराधी को तत्काल घेराबंदी कर 12 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने आरोपियोें से सख्ती से पूछताछ की एवं घटना में प्रयुक्त लोहे की राड एवं पाईप तथा मोटरसायकल जप्त की है।
यह थी घटना-
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि 22-23 अप्रैल की मध्य रात्रि में मृतक इमरत पिता विजय सिंह निवासी बुधनी जो कि पेशे से बस ड्राईवर है। उसका अभियुक्त संजीव की बहन को छेड़ने की बात को लेकर पुरानी रंजीश थी। पुरानी रंजिश को लेकर अभियुक्त संजीव उर्फ अजय उर्फ प्रताप एवं उसके दोस्त अभिषेक गौंड, राज सैनी, विजय इवने एवं एक अन्य बाल अपराधी ने रात्रि करीब 12 बजे शराब पार्टी की और इमरत को मारने के लिए योजना बनाई। इसके बाद संजीव राजपूत एवं बाल अपराधी मोटरसाइकिल से इमरत के घर पहुंचे एवं उससे जरूरी बात करने को कहा। इमरत घर से बाहर आया तोे वे उसे मोटरसाइकिल पर बैठाकर घर से करीब 50 मीटर दूर लेकर गए और वहां पहले से खड़े विजय, राज एवं अभिषेक ने साथ मिलकर इमरत के साथ लोहे की राड एवं लोहे की पाईप से मारपीट शुरू कर दी। इस पर इमरत ने जोर-जोर सेे बचाओे-बचाओ की आवाज लगाई। उसको आवाज सुनकर परिजन बीच बचाव करने के लिए आए और गंभीर रूप से घायल अवस्था में इमरत को होशंगाबाद अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी मृत्य हो गई। आरोपियोें को पकड़ने में उनि दीपक शर्मा, उनि सुशील पांडे, सउनि राजेश मालवीय, लोकेश रघुवंशी, महेश विश्वकर्मा, रामप्रसाद, सिद्धार्थ, हर्षित, संतोष, मुकेश, योगेश चौरे, अरूण, हिमांशू, चरन लाल की सराहनीय भूमिका रही।