नई दिल्ली
टीम इंडिया के स्टार स्पिनर रह चुके हरभजन सिंह ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का फैसला सुनाया था। हरभजन सिंह 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे, लेकिन इसके बाद वह टीम से लगातार अंदर-बाहर होते रहे। 2011 वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने कुल मिलाकर भारत के लिए 10 टेस्ट और 10 ही वनडे इंटरनेशनल मैच खेले। हरभजन टीम से अचानक इस तरह से आउट होने से काफी परेशान थे। उन्होंने बताया कि इसको लेकर उन्होंने उस समय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से सवाल भी किया था, लेकिन उन्हें इसका जवाब नहीं मिला था।
भज्जी ने कहा, 'मैंने कप्तान धोनी से इसको लेकर सवाल करने की कोशिश की थी, लेकिन मुझे जवाब नहीं मिला। फिर मुझे समझ में आया कि कोई पॉइंट ने इस तरह के बर्ताव को लेकर बार-बार सवाल करने का अगर सामने से जवाब ना आ रहा हो। ऐसी स्थिति में आपको सवाल करना छोड़ देना चाहिए।' हरभजन सिंह 2011 वर्ल्ड कप फाइनल के बाद टीम में चुने तो गए, लेकिन प्लेइंग XI में उन्हें कम ही बार खेलने का मौका मिला।
भज्जी को 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी और 2015 वर्ल्ड कप के लिए भी टीम इंडिया में नहीं चुना गया था। 2016 में वह आखिरी बार टीम इंडिया के लिए इंटरनेशनल मैच खेले थे। 2016 टी20 वर्ल्ड कप के लिए भज्जी को टीम इंडिया में शामिल तो किया गया था लेकिन वह किसी भी मैच में प्लेइंग XI का हिस्सा नहीं बन पाए थे। हरभजन सिंह ने भारत की ओर से 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने तीनों फॉर्मेट में क्रम से 417, 269 और 25 विकेट लिए हैं।