नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट में इस वक्त कप्तानी को लेकर बवाल छिड़ा हुआ है. टीम के कप्तान और बोर्ड के बीच में बयानबाजी चल रही है. इस सबके बीच बोर्ड के एक बड़े अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया है. विजय मर्चेंट ट्रॉफी से एक महीने पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के चीफ मेडिकल अधिकारी डॉक्टर अभिजीत साल्वी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस इस्तीफे से अब विजय मर्चेंट ट्रॉफी में होने वाले खिलाड़ियों की उम्र को लेकर दिक्कतों की संभावना भी बढ़ गई है.
अभिजीत साल्वी ही बतौर मेडिकल अधिकारी खिलाड़ियों की उम्र के सत्यापित करते थे. अभिजीत साल्वी ने मुंबई में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट के बाद अपने पद से निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था.
अपना इस्तीफा देते हुए साल्वी ने कहा कि मैं बीसीसीआई को मुझे मौका देने के लिए शुक्रिया कहना चाहता हूं. यहां दस साल काम करने के बाद मैं आगे बढ़ना चाहता हूं. कोरोना संकट के बीच 24*7 बस नौकरी ही थी, इसलिए मैं खुद को और अपने परिवार को वक्त देना चाहता हूं.
अभिजीत को मिली थी अहम जिम्मेदारी
अभिजीत साल्वी को 9 जनवरी से शुरू होने वाली BCCI की अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए खिलाड़ियों की सही उम्र सत्यापित करने की जिम्मेदारी दी गई थी. उनके इस्तीफे के बाद इस पर सवालिया निशान भी शुरू हो गए हैं और एकबार फिर से खिलाड़ियों की उम्र को लेकर दिक्कतों के आसार भी बढ़ते जा रहे हैं.
हालांकि, अभी बोर्ड ने उनकी जगह कौन भरेगा इसका ऐलान नहीं किया है. अभिजीत साल्वी को बोन डेंसिटी टेस्ट के लिए जाना जाता है, जो किसी भी इंसान की सटीक उम्र का पता लगाया जाता है.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को इस परेशानी को रोकने के लिए जल्द से जल्द एक नए चीफ मेडिकल अधिकारी की घोषणा करना पड़ेगा. अभिजीत साल्वी 2012 में BCCI के साथ जुड़े थे और कई दौरों में भारतीय टीम के साथ भी रह चुके हैं. इसके अलावा अभिजीत साल्वी को IPL और भारत में होने वाली सीरीज के लिए एक मजबूत बायो सेक्योर बबल बनाने की भी जिम्मेदारी दी गई थी.
मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ ने एज ग्रुप क्रिकेट में होने वाली दिक्कतों को लेकर कुछ समय पहले चिंता जाहिर कर चुके हैं. राहुल द्रविड़ ने कहा था कि यह भारतीय क्रिकेट लिए एक बहुत खतरनाक प्रक्रिया है और इसे रोकने की पूरी कोशिश करनी चाहिए.