फाइनल में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को शूटआउट में 4-3 से हरा दिया। सुल्तान जोहोर कप में अंडर-21 की टीमें हिस्सा लेती हैं। यह भारत का तीसरा खिताब है। इससे पहले टीम ने 2013 और 2014 में यह टूर्नामेंट जीता था। इस जीत के साथ ही भारत की जूनियर टीम ने इसी साल बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार का भी बदला ले लिया। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के पुरुष हॉकी के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 7-0 से हराया था। भारतीय सीनियर टीम के सदस्य ललित उपाध्याय ने जोहोर कप जीतने पर टीम इंडिया को बधाई भी दी है। उन्होंने ट्विटर पर बधाई दी।
फुल टाइम के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 1-1 की बराबरी पर था। टीम इंडिया ने पहले क्वार्टर में ही बढ़त बना ली थी। चिरमाको सुदीप ने बेहतरीन फील्ड गोल किया। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में होलैंड ने भारतीय रक्षापंति को भेदते हुए गोल दागा और स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। इसके बाद अगले 30 मिनट तक दोनों टीमों ने गोल करने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। इस तरह यह मैच पेनल्टी शूटआउट में चला गया।
पेनल्टी शूटआउट में विष्णुकांत सिंह भारत के लिए पहला शॉट लेने आए और उन्होंने गोल दाग टीम इंडिया को 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद दोनों टीमों के कुछ स्टार शॉट मिस कर गए। इनमें भारत के स्टार बॉबी धामी सिंह भी शामिल हैं। पहले पांच शॉट्स के बाद दोनों टीमें 3-3 की बराबरी पर थीं। इसके बाद मैच सडन डेथ में चला गया। चिरमाको सुदीप ने भारत के लिए स्कोर किया और स्कोर 4-3 हो गया। इसके बाद भारतीय गोलकीपर शशिकुमार मोहित ने जोशुआ ब्रुक्स के शॉट पर पेनल्टी बचाते हुए भारत को जीत दिलाई।
यह भारत का तीसरा टाइटल है। इससे पहले टीम इंडिया ने 2013 और 2014 में लगातार दो बार सुल्तान जोहोर कप का खिताब अपने नाम किया था। ग्रुप स्टेज में भारत ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर रहा था। भारत ने ग्रुप स्टेज में पांच में से दो मैच ड्रॉ खेले थे। वहीं, दो मैचों में टीम इंडिया को जीत हासिल हुई थी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मैच में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था।