नई दिल्ली
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने हाल ही में आईसीसी मीडिया राइट्स के लिए टेंडर जारी किया था। 2024 से शुरू होने वाले नए चक्र के लिए आईसीसी ने सिर्फ भारत के लिए ही 6 पैकेज बेचने का फैसला किया था, जिसमें टीवी, डिजिटल और दोनों का कॉम्बिनेशन शामिल था। आईसीसी ने पहली बार महिलाओं के लिए अलग से मीडिया राइट्स बेचने का फैसला किया था। हालांकि, आईसीसी के मीडिया राइट्स के टेंडर प्रोसेस से भारतीय ब्रॉडकास्टर खुश नहीं हैं और इसी को लेकर बायकॉट का दौर शुरू हो गया है।
आईसीसी के मौजूदा ब्रॉडकास्टर स्टार ने सबसे ज्यादा आपत्ति दर्ज की है, क्योंकि क्रिकबज के मुताबिक, भारतीय ब्रॉडकास्टर का कहना है कि टेंडर के डॉक्यूमेंट में जो नियम हैं, उनकी वजह से वे इसमें शायद भाग नहीं लेंगे। इस बारे में स्टार स्पोर्ट्स ने आईसीसी को मेल करते हुए कहा है कि बायकॉट शब्द का बिल्कुल उपयोग नहीं किया है, लेकिन यह स्पष्ट रूप से कह दिया है कि इन्विटेशन टू टेंडर (आईटीटी) दस्तावेज़ के कुछ खंड उन्हें भाग लेने के लिए पर्याप्त रूप से प्रोत्साहित नहीं कर रहे हैं। स्टार 2007 से ICC के मीडिया अधिकार धारक है।
प्रमुख ब्रॉडकास्टर ने आईसीसी जो मुख्य प्रश्न पूछा है वह फ्लोर मल्टीपल के बारे में है। आईसीसी ने ब्रॉडकास्टरों को बुरी तरह घुमा दिया है। उधर, इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि आईसीसी को पत्र लिखने से पहले स्टार ने कैलिफोर्निया में अपने मुख्यालय में अपने डिज्नी मालिकों से सलाह ली है। इसके अलावा आईसीसी को मेल डालने से पहले कुछ वकीलों से भी संपर्क किया है। एक अन्य बिंदु जिस पर स्टार को ऐतराज है, वह यह है कि आईसीसी दूसरे दौर की बात क्यों कर रहा है, जब पहले दौर में सर्वोत्तम बोली लगाने वाले को राइट्स मिलने चाहिए। इसके अलावा एक सवाल ये भी पूछा गया है कि बोली 22 अगस्त को समाप्त हो जाएगी तो 26 अगस्त तक विंडो क्यों खुली रहेगी।