IPL 2022 सीजन में विकेटकीपर संजू ने सबसे ज्यादा शिकार किए

मुंबई   

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 सीजन खत्म हो गया है. इस बार नई टीम गुजरात टाइटन्स (GT) चैम्पियन रही. हार्दिक पंड्या की कप्तानी में गुजरात ने फाइनल में संजू सैमसन की कप्तानी वाली राजस्थान रॉयल्स (RR) को करारी शिकस्त दी. इस सीजन में दिग्गज टीमों और दिग्गज खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा.

सबसे ज्यादा पांच बार खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस, चार बार की चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स प्लेऑफ में नहीं पहुंच सकीं. जबकि विराट कोहली, रोहित शर्मा, एमएस धोनी, ग्लेन मैक्सवेल जैसे दिग्गज प्लेयर्स का प्रदर्शन भी फीका ही रहा.

आईपीएल 2022 सीजन में पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा और भविष्य में कप्तानी के काबिल समझे जाने वाले ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल भी फ्लॉप ही रहे. सबसे ज्यादा प्रभावित संजू सैमसन और हार्दिक पंड्या ने ही अपनी कप्तानी और प्रदर्शन से किया है. इस सीजन में संजू के अलावा धोनी और पंत भी विकेटकीपर के साथ कप्तानी संभाल रहे थे.

संजू ने IPL 2022 में सबसे ज्यादा शिकार किए

ऐसे में संजू ने बतौर कप्तान के साथ बतौर विकेटकीपर भी धोनी और पंत को शानदार प्रदर्शन के मामले में पीछे छोड़ दिया है. दरअसल, संजू सैमसन इस आईपीएल सीजन में सबसे ज्यादा शिकार करने वाले विकेटकीपर बने हैं. उन्होंने इस सीजन में 16 शिकार किए, जबकि पंत और धोनी उनसे कोसों दूर रहे. इस दौरान संजू ने 14 कैच लपके और 2 स्टम्प आउट किए हैं.

विकेटकीपर एमएस धोनी टॉप-5 में भी शामिल नहीं

आईपीएल 2022 सीजन में ऋषभ पंत ने 12 और धोनी ने सिर्फ 9 ही शिकार किए हैं. जबकि गुजरात टीम के विकेटकीपर बैटर ऋद्धिमान साहा, मुंबई इंडियंस के ईशान किशन और लखनऊ सुपर जायंट्स के क्विंटन डिकॉक 13-13 शिकार के साथ बराबरी से दूसरे नंबर पर काबिज हैं.

IPL 2022 सीजन में सबसे ज्यादा शिकार करने वाले विकेटकीपर

विकेटकीपर IPL टीम मैच शिकार
संजू सैमसन राजस्थान 17 16
ऋद्धिमान साहा गुजरात 11 13
ईशान किशन मुंबई 14 13
क्विंटन डिकॉक लखनऊ 15 13
ऋषभ पंत दिल्ली 14 12

कप्तानी में भी इस बार भारी पड़े संजू सैमसन

संजू सैमसन की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स ने फाइनल तक का सफर तय किया. हालांकि खिताबी मुकाबले में उसे गुजरात के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी. वहीं, ऋषभ पंत की कप्तानी में दिल्ली कैपिटल्स (DC) टीम 14 में से 7 मैच ही जीत सकी और प्लेऑफ में भी नहीं पहुंच पाई. जबकि धोनी ने रवींद्र जडेजा के कप्तानी छोड़ने के बाद आखिरी 6 मैचों में कप्तानी संभाली थी, जिसमें से टीम सिर्फ 2 ही मैच जीत सकी थी. ओवरऑल चेन्नई टीम 14 में से सिर्फ 4 ही मुकाबले जीतकर बाहर हो गई थी.