फ्रांस के महान फुटबॉल खिलाड़ी जस्ट फोंटेन का बुधवार (एक मार्च) को निधन हो गया। वह 89 साल के थे। उन्हें 1958 विश्व कप में बनाए रिकॉर्ड के लिए याद किया जाता है। उन्होंने स्वीडन में हुए विश्व कप में 13 गोल दाग दिए थे। उसके बाद से एक विश्व कप में इतने गोल नहीं हुए। उनका 65 साल पुराना यह रिकॉर्ड आज भी कायम है।
फ्रांस के रेम्स क्लब से खेल चुके फोंटेन सिर्फ एक ही विश्व कप में खेल पाए। उन्होंने छह मैच में 13 गोल दागे थे। विश्व कप इतिहास में सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में तीन खिलाड़ियों ने फोंटेन को पीछे छोड़ा, लेकिन किसी ने एक विश्व कप में ऐसा नहीं किया। यहां तक कि दुनिया के सर्वकालिक महान फुटबॉलर माने जाने वाले अर्जेंटीना के कप्तान लियोनल मेसी ने कतर विश्व कप में उनकी बराबरी की थी, लेकिन 13 गोल करने के लिए मेसी ने पांच विश्व कप खेले।
पेले से हार गई थी फोंटेन की टीम
1958 में हुए विश्व कप को दिवंगत फुटबॉलर पेले के लिए याद किया जाता है। उन्होंने सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ 5-2 की जीत में हैट्रिक गोल किया था और फिर ब्राजील को चैंपियन बनाया था। उस समय पेले 17 साल के थे। पेले के शानदार प्रदर्शन ने फोंटेन के चमत्कारिक प्रदर्शन को दबा दिया था, लेकिन उनका रिकॉर्ड कायम है।
फोंटेन ने वेस्ट जर्मनी के खिलाफ दागे थे चार गोल
फोंटेन ने सेमीफाइनल में ब्राजील के खिलाफ मिली हार के बाद तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में चार गोल दाग दिए। उन्होंने वेस्ट जर्मनी की टीम के डिफेंस को तहस-नहस कर दिया। फ्रांस की टीम मैच में 6-3 से जीती थी। विश्व कप इतिहास में फोंटेन से ज्यादा गोल जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोस (16), ब्राजील के रोनाल्डो (15) और जर्मनी के गेर्ड मूलर (14) ने किए। फोंटेन के अलावा सिर्फ गेर्ड मूलर और हंगरी के सेंडर कोसिस ही एक विश्व कप में दोहरे अंक तक पहुंच सके। कोसिस ने 1954 विश्व कप में 11 गोल दागे थे। वहीं, गेर्ड मूलर ने 1970 में 10 गोल किए थे।