बर्मिंघम कामनवेल्थ गेम्स में प्रतिभा का डंका बजाकर भारत लौटीं पहलवान दिव्या, एयरपोर्ट पर हुआ स्‍वागत

मुजफ्फरनगर
इंग्लैंड के बर्मिंघम में प्रतिभा का डंका बजाकर भारत लौटी पहलवान बेटी का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया। अंतरराष्ट्रीय पहलवान दिव्या काकरान ने कामनवेल्थ गेम्स में प्रतिद्वंदी को पटखनी देकर कांस्य पदक जीता है। दिव्या को उनके स्‍वजन ने आशीर्वाद देकर बेटी पर गर्व जताया है।

सीनियर वर्ग में किया भारत का प्रतिनिधित्व
मंसूरपुर के गांव पुरबालियान निवासी अंतरराष्ट्रीय एवं अर्जुन अवार्डी पहलवान दिव्या काकरान ने कामनवेल्थ गेम्स में 68 किलोभार वर्ग की सीनियर कुश्ती प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया। पहले में जीतने के बाद वह दूसरा राउंड हार गईं थी। उसके बाद कांस्य पदक के लिए टोंगा की पहलवान लेमाली से उनका मुकाबला हुआ। मात्र आधा मिनट में ही दिव्या ने प्रतिद्वंदी को चितकर मुकाबला जीत लिया। दिव्या दो अगस्त को कामनवेल्थ में प्रतिभाग करने के लिए गई थी, जो सोमवार की देर रात्रि पदक लेकर भारत लौटीं है। एयरपोर्ट पर उनके पिता सूरजवीर, मां संयोगिता, मंगेतर सचिन प्रताप सिंह समेत रिश्तेदारों और परिचितों ने स्वागत किया।

आवास बनाने के बाद करेंगी विवाह
दिव्या के पिता सूरजवीर ने बताया कि देशवासियों की प्रार्थना और बेटी मेहनत ने पदक जिताया है। उनकी सगाई मेरठ के शास्त्रीनगर निवासी राष्ट्रीय बाडी बिल्डर सचिन प्रताप के साथ हुई है। उनके पिता बताते हैं कि दिव्या ने विवाह के लिए शर्त रखी है। पहले वह अपना स्वयं का मकान बनाएंगी। उसके बाद विवाह रचाएंगी।