गोंडा
गोंडा में पति की हत्या के मामले में न्याय की आस लेकर थाने पहुंची महिला की तहरीर लेने से पुलिस ने इनकार नहीं किया बल्कि उसे थाने से भगा भी दिया। जिसके बाद रोती-बिलखती महिला ने तरबगंज थाने के जिम्मेदारों पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से कार्रवाई की गुहार लगाई है।
मामला स्थानीय थाना क्षेत्र के बेंगवा पथार का है। जहां बीते सोमवार की सुबह 35 वर्षीय रामपाल का शव गांव के बाहर खेत की मेड़ पर मिला था। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। रामपाल के परिजनों ने गांव के कुछ लोगों पर भूमि विवाद की वजह से उनकी तरफ मिली धमकी को लेकर हत्या करने के आरोप में नामजद तहरीर देने का प्रयास किया। मृतक की पत्नी गुड़िया का आरोप है कि उसे गुमराह कर पुलिस ने तहरीर न लेकर सिर्फ सूचना दर्ज की और बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मुकदमा दर्ज करेंगे।
गुड़िया का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मंगलवार को जब वह नामजद तहरीर लेकर फिर थाने पहुंची तो वहां जिम्मेदारों ने उसकी तहरीर नहीं ली। आरोप है कि उस पर हत्या नहीं दुर्घटना की तहरीर देने का दबाव डाला। यहीं नहीं, पीड़िता को यह कहकर भगा दिया कि मुम्बई में रह रहे रामपाल के भाई के बयान दर्ज करने के बाद ही कार्रवाई करेंगे। जबकि, महिला का कहना है कि पति और उसके भाई से कई वर्षों से कोई सरोकार नहीं है।
पीड़ित महिला ने रोते बिलखते हुए बताया कि उसके चार छोटे-छोटे बच्चे है। पति की हत्या के बाद अब बच्चों का भरण-पोषण कैसे करेगी। ऐसे में पुलिस भी उसे न्याय न देकर प्रताड़ित कर रही है। इस संबंध में पूछे जाने पर सीओ संसार सिंह राठी ने बताया कि इस तरह की कोई शिकायत जानकारी में नहीं थी। प्रकरण को तत्काल देख रहा हूँ।