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दुनिया में लौट रहा कोरोना से पाबंदियों का दौर, ओमिक्रॉन का भारत में भी होगा कहर?

नई दिल्ली

कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनियाभर के लिए खतरे के साथ ही पाबंदियों का दौर भी वापस लेकर आ गया है। टीकाकरण की तेज रफ्तार के साथ ही उम्मीद की जा रही थी कि कोरोना का कहर मंद पड़ेगा लेकिन अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन जैसे देशों में रोज आ रहे रिकॉर्ड कोविड केसों ने एक बार फिर से सख्त प्रतिबंधों की वापसी के लिए मजबूर कर दिया है। फ्रांस ने नए साल के जश्न के दौरान आतिशबाजी पर रोक लगा दी है तो वहीं नीदरलैंड ने क्रिसमस पर लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। ब्रिटेन में भी रोज आ रहे ताबड़तोड़ केसों के बीच फिर से लॉकडाउन लगाने पर विचार किया जा रहा है और आयरलैंड ने भी पब-बार पर पाबंदी लगा दी है। भारत में अभी तक कोरोना के नए केस बढ़ने शुरू नहीं हुए हैं लेकिन ओमिक्रॉन के मामले जरूर तेजी से बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र में सर्वाधिक ओमिक्रॉन मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे में चिंता यह है कि क्या भारत में ओमिक्रॉन के कारण कोरोना की तीसरी लहर आएगी?

ब्रिटेन में भर रहे अस्पताल, फिर लग सकता है लॉकडाउन
ब्रिटेन सरकार कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के प्रसार की गति को थामने के लिए क्रिसमस के बाद दो सप्ताह के लॉकडाउन की योजना बना रही है। मीडिया में शनिवार को प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है। द टाइम्स के अनुसार, मसौदा नियम तैयार किए जा रहे हैं, जिसमें कामकाज के अपवाद को छोड़कर बंद कमरे के अंदर बैठक करने पर प्रतिबंध और पब और रेस्तरां को आउटडोर सर्विस तक सीमित करने की योजना शामिल है। आपातकालीन स्थिति के लिए ब्रिटिश सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार समूह से लीक हुए ब्योरे से खुलासा हुआ है कि वैज्ञानिकों ने मंत्रियों को चेतावनी दी है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के लिए प्रबंधनीय स्तरों के दायरों में अस्पताल में भर्ती करने के मामले में बहुत जल्द सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। ब्योरे की प्रति बीबीसी को प्राप्त हुई है। फिर से लॉकडाउन प्रतिबंधों की रिपोर्ट उस वक्त आयी है, जब ब्रिटेन में शुक्रवार को कोविड-19 संक्रमण के रिकॉर्ड 93,045 मामले सामने आए। ओमीक्रॉन संक्रमण के मामले लंदन और स्कॉटलैंड में तेजी से बढ़े हैं। लंदन के अस्पतालों में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या पिछले सप्ताह की तुलना में 28.6 प्रतिशत बढ़कर 1,534 हो गई है।

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