राजनीतिक

सवालों की सियासत का सिलसिला… शिवराज ने पूछे दो सवाल, कमल नाथ ने किया पलटवार

भोपाल ।   प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले प्रदेश में सवालों की सियासत शुरू हो गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के मुखिया कमल नाथ से धड़ाधड़ सवाल पूछ रहे हैं, जिसके जवाब में कमल नाथ भी सवाल उछाल रहे हैं। इसी सिलसिले में शिवराज ने शुक्रवार को कमल नाथ से सार्वजनिक तौर पर दो सवाल पूछे। शिवराज ने कहा मैं पहला सवाल यही पूछ रहा हूं कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में जब प्रधानमंत्री जी पैसा दे रहे थे तब कमलनाथ जी आपने सारे किसानों के नाम, वो मांगते रहे जो पात्र किसान हैं उनकी सूची भेज दो आप लटकाते रहे।" आपका क्या बिगड़ रहा था….अगर किसानों के खाते में प्रधानमंत्री जी का 6 हजार रुपए आता। आपने सूची अपूर्ण दी…. दी ही नहीं! हमने आते ही हमने उस सूची हो पूर्ण किया और 80 लाख किसान इस योजना में जुड़ गए। कमलनाथ जी ये बताओ की नाम जोड़े क्यों नहीं…? यह तो ऐसा काम था कि हींग लगे न फिटकरी लेकिन आपको तकलीफ क्या थी। दिक्कत ये है कि वह जवाब नहीं देते इधर – उधर घुमाते रहते हैं। उन्‍होंने कमल नाथ से दूसरा सवाल पूछा कि आपने किसानों को उनकी उपज का भुगतान 3 दिन के अंदर करने का भरोसा दिया था। कमलनाथ जी भुगतान करना तो दूर मुझे वो दिन याद है जब किसान मुझे मंडियों में ले जाते थी कि यह हमारी धान इतने दिनों से रखी हुई है, उठा ही नहीं रहे हैं। कई बार पानी गिर गया तो बोरियों में उग जाती थी। 3 दिन के अंदर भुगतान का तो छोड़ो आपने तो खरीदी तक पूरी नहीं की! इसलिए मेरे दोनों सवालों का जवाब दें। मैं सवाल इसलिए पूछ रहा हूं क्योंकि कमल नाथ जी झूठ बोलते हैं। कांग्रेस झूठे वादे करती है, ताकि सनद रहे कि ये जो कहते हैं वो नहीं करते।

कमल नाथ ने दिया यह जवाब

पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्‍यक्ष कमल नाथ शिवराज के सवालों पर करारा जवाब दिया। उन्‍होंने ट्वीट करते हुए सीएम शिवराज की ओर दो सवाल उछाल दिए। कमल नाथ ने कहा कि शिवराज जी आज दो सवाल पूछने से पहले यह तो बता देते कि कल सवाल कम पड़ गए थे, या हिम्मत जवाब दे गई थी। मेरा आपसे सीधा सवाल है कि पीएम सम्मान निधि में लाखों किसानों के पास पैसा वापस करने का नोटिस क्यों आ रहा है? क्या आपने जान-बूझकर किसानों को कर्ज के जाल में फंसा देने के लिए यह चाल चली है? क्या इस रकम की रिकवरी किसानों से ना कर आप अपनी जेब से करेंगे? मेरा दूसरा सवाल यह है कि मैंने किसानों को गेहूं पर 160 रुपए बोनस दिया था। आपकी सौदेबाजी की सरकार बनते ही आप ने किसानों का बोनस बंद कर दिया। किसानों से आपको इतनी दुश्मनी क्यों है? इसका जवाब मध्य प्रदेश के किसान आप से चाहते हैं?

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