सीहोर। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा जिले के नर्मदा तट पर अनेक ग्रामों में बनाए जा रहे 15 घाटों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपस्थित एनवीडीए के अधिकारियों से निर्माण कार्य में तेजी लाने के साथ ही गुणवत्ता का ध्यान रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना के कार्य का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर श्री सिंह ने नेहलाई घाट पर घाट निर्माण एवं रिटेनिंग वॉल निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इसके साथ ही उन्होंने रेवगांव, मरदानपुर, पथौड़ा, शाहगंज तथा हथनौरा सहित 15 स्थानों पर नर्मदा तट पर निर्माणाधीन नर्मदा घाटों को भी देखा। उन्होंने एनवीडीए के कार्यपालन यंत्री को निर्माण कार्य की सतत् मॉनिटरिंग करने तथा गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी 15 स्थानों पर निर्माणाधीन घाटों का निर्माण कार्य मई-2023 तक पूर्ण कराने के कार्यपालन यंत्री एवं एसडीएओ को निर्देश दिए।
कलेक्टर ने छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना के पम्प हाउस क्रमांक-4 पर चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण कार्य को अप्रैल-2023 तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिचाई परियोजना से सीहोर तथा देवास जिले के 69 गांवों की 35 हजार हैक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी। इस सिंचाई परियोजना से नसरुल्लागंज तहसील के 30 गांवों की 16 हजार 896 हैक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी। निरीक्षण के दौरान नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के कार्यपालन यंत्री मुकेश रैकवार, एसडीओ आरएस तोमर तथा सनद चटर्जी सहित सभी एनवीडीए के अनेक अधिकारी उपस्थित थे।