
सीहोर। सीहोर स्थित राष्ट्रीय मानसिक पुनर्वास संस्थान का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। महाभारत के पात्रों को मानसिक रूप से विकलांग बताने वाले मानसिक पुनर्वास संस्थान के रजिस्ट्रार मोहम्मद अशफाक को लेकर यहां पर लगातार विरोध किया जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पुनर्वास संस्थान के रजिस्ट्रार मोहम्मद अशफाक को सेवा से बर्खास्त करने की मांग को लेकर यहां पर धरना भी दिया जा रहा है। एबीवीपी द्वारा मोहम्मद अशफाक के गायब होने के पोस्टर चिपकाए गए तो वहीं पोस्टरोें पर स्याही भी फेंकी गई। अब एबीवीपी लगातार रजिस्ट्रार को बर्खास्त करने की मांग कर रही है। यहां बता दें कि मोहम्मद अशफाक हिंदू धर्म ग्रंथों के पात्रों को मानसिक रूप से विकलांग बताने जैसे उदाहरण देकर बच्चों को पढ़ाते हैं। इसकी शिकायत पीएमओ कार्यालय तक की गई है। इसके बाद जांच टीम भी यहां आई थी।
जांच के बाद से लगातार गायब चल रहे मोहम्मद अशफाक-
राष्ट्रीय मानसिक पुनर्वास संस्थान के रजिस्ट्रार मोहम्मद अशफाक की पीएमओ में शिकायत के बाद यहां पर जांच दल भी आया था। जांच के बाद से ही मोहम्मद अशफाक लगातार गायब भी चल रहे हैैं। तब से वे लगातार अवकाश पर हैं। बताया जा रहा है कि अब वेे सीहोेर में ही हैं, लेकिन संस्थान में नहीं आ रहे हैैं। इसको लेकर एबीवीपी द्वारा उनके गुमशुदगी के पोस्टर भी चिपकाए गए और उन पर स्याही भी फेंकी गईं।
अधिकारियों ने की एबीवीपी से चर्चा-
पिछले करीब 6 दिनोें से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा रजिस्ट्रार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान प्रशासनिक एवं पुलिस के अधिकारी भी वहां पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी के कार्यकर्ताओें, पदाधिकारियोें से चर्चा की। प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी के जिला संयोजक शुभम व्यास, विभाग संयोजक हर्षित मेवाड़ा, नगर अध्यक्ष विशाल यादव सहित बड़ी संख्या मेें कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इधर पुनर्वास संस्थान के छात्रों ने धरना समाप्त करने कोे लेकर सौैंपा ज्ञापन-
इधर राष्ट्रीय पुनर्वास संस्थान में एबीवीपी के प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए बीवीएम भोपाल संभाग प्रभारी बीएस भदौरिया के नेतृत्व में संस्थान के विद्यार्थियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर को सौंपा। इसमें मांग की गई है कि सभी विद्यार्थीगण राष्ट्रीय मानसिक पुर्नवास संस्थान (पुराना जिला पंचायत सीहोर) में अलग-अलग पाठ्यक्रम में अध्ययन करते हैं। यहां प्रवेश द्वार पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसके कारण हमारी पढ़ाई में रूकावटें आ रही हैं। विद्यार्थियों की परीक्षा 17 मई से शुरू होने वाली है। अगर इसी प्रकार यह धरना देते रहेंगे तो हमें परीक्षा देने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। मांग की गई है कि संस्थान से धरना समाप्त कराया जाए।