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गंगा दशमी पर आंवलीघाट नर्मदा स्नान के लिए आए परिवार की तीन युवतियां नर्मदा में डूबी, एक की मौत, एक गंभीर

- लगातार सामने आ रही प्रशासन की लापरवाही, नहीं लगी जालियां एवं सूचना बोेर्ड

रेहटी। गंगा दशमी पर नर्मदा नदी में स्नान केे लिए आए एक परिवार की तीन युवतियां गहरे पानी में चली गईं। इसके कारण एक की डूबने से मौत हो गई तोे वहीं दूसरी युवती को गंभीर अवस्था में नर्मदापुरम् रिफर किया गया है। तीसरी स्वस्थ बताई जा रही है। परिवार रायसेन जिले के मानपुर से आंवलीघाट स्नान के लिए आया था। रेहटी थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
नर्मदा नदी में अवैध रेत माफिया के कारण अब लगातार हादसे हो रहे हैैं। जहाजपुर में तीन युवकों के डूबने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब आंवलीघाट नर्मदा घाट पर हादसा हो गया। वह तो यह अच्छा रहा कि तीन युवतियोें में से दो को बचा लिया गया।
इसलिए आतेे हैैं लोग आंवलीघाट-
जानकारी केे अनुसार गंगा दशमी के त्यौैहार पर नर्मदा स्नान का बड़ा महत्व बताया गया है। इसकेे लिए लोग दूर-दूर से नर्मदा में स्नान केे लिए आते हैं। ऐसे ही गंगा दशमी के त्यौहार पर आंवलीघाट मेें स्नान का ज्यादा महत्व बताया जाता है। यहां पर रायसेन जिले के मानपुर गांव से नंदकिशोर लोधी अपने परिवार के साथ नर्मदा स्नान करनेे आए थे। वे सुबह अपने गांव से आंवलीघाट पहुंचे थे। उनके साथ में उनके छोटेे भाई का परिवार एवं उनका परिवार भी था। नर्मदा स्नान के दौरान परिवार की तीन युवतियां सलोनी पिता नंदकिशोर लोधी उम्र 15 वर्ष, सिमरन पिता नंदकिशोर लोधी उम्र 12 वर्ष एवं रागिनी उम्र 16 वर्ष एक साथ स्नान करने के लिए नदी में उतरीं। थोेड़ी देर बाद तीनों गहरे पानी में चली गई। तीनों को डूबता देखकर वहां पर हड़कंप मच गया। इसके बाद लोगों की मदद सेे सलोनी एवं रागिनी को तो बचा लिया गया, लेकिन सिमरन पिता नंदकिशोर लोधी उम्र 12 वर्ष की डूबने से मौत हो गई। घटना के बाद तीनों कोे रेहटी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। यहां से सलोनी उम्र 15 वर्ष को गंभीर हालत में नर्मदापुरम रेफर किया गया है तो वहीं रागिनी को स्वस्थ्य बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलने के बाद रेहटी थाना पुलिस की टीम आंवलीघाट पहुंची एवं मोेर्चा संभाला।
प्रशासन की लापरवाही, नहीं लगी जाली एवं सूचना बोर्ड-
सीहोर जिले के आंवलीघाट पर लगातार नर्मदा नदी में डूबने के हादसे हो रहे हैं। हर सप्ताह यहां पर कोेई न कोई हादसा हो रहा है। इसकेे कारण अब तक कई घरोें के चिराग बुझ चुके हैं। हादसों कोे लेकर कई बार जिला प्रशासन द्वारा निर्देश दिए गए कि यहां पर सूचना बोर्ड लगाए जाएं एवं गहरे गड्ढोें वाले स्थानोें पर जालियां लगाई जाए, लेकिन आंवलीघाट पर न तोे अब तक जालियां लगाई गईं हैैं और न ही यहां पर खतरनाक स्थानों पर सूचना के बोर्ड लगाए गए हैं। नर्मदा घाट को पर्यटक स्थल बनाने केे लिए सरकार द्वारा करोड़ों रूपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा लोगों की सुरक्षा के यहां पर कोेई कारगर उपाय नहीं किए जा रहे हैं। इसके चलतेे लगातार हादसे हो रहे हैं।

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