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अनंत चतुर्दशी पर झांकियों को किया पुरस्कृत, पंडित प्रदीप मिश्रा की झांकी को मिला प्रथम पुरस्कार

- सीहोर सहित जिलेभर में दूसरे दिन भी होता रहा दिनभर गणेश प्रतिमाओं विसर्जन

सीहोर। अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व पर परंपरागत रूप से निकलने वाली झांकियों का कारवां देर रात से सड़कों पर निकलना शुरू हुआ जो सुबह तक निकलता रहा। अखाड़ों के साथ निकली इन झांकियों को देखने के लिए नगरवासियों सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रोें के लोग भी सीहोर पहुंचे और देर रात तक झांकियों को निहारतेे रहे। लोग परिवार के साथ मौजूद रहे। एक से बढ़कर एक झांकियां देखने को मिली। इस दौरान विठलेश सेवा समिति द्वारा दो झांकियोें का प्रदर्शन किया गया। इसमें से एक झांकी पशुपतिनाथ का व्रत एवं एक झांकी शिव बारात की प्रदशित की गई। पशुपतिनाथ व्रत की झांकी को प्रथम पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार स्वरूप 5100 रूपए की नगर राशि एवं चार फिट की शील्ड भी प्रदान की गई। यह पुरस्कार नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने प्रदान किया एवं विठलेश सेवा समिति केे समीर शुक्ला, मनोज दीक्षित मामा, विनय मिश्रा सहित अन्य सदस्योें ने पहुंचकर यह पुरस्कार प्राप्त किया। इधर सीहोर नगर सहित जिले के भैरूंदा, रेहटी, बुधनी सहित अन्य स्थानों पर अगले दिन भी दिनभर गणेेश प्रतिमाओं का चल समारोह निकलता रहा एवं देर शाम तक विसर्जन भी होता रहा।

अखाड़ों ने दिखाए एक से बढ़कर एक करतब-
अनंत चतुर्दशी पर यह नजारा देख हर कोई खुश नजर आ रहा था। नगर पालिका के अध्यक्ष प्रिंस राठौर की पहल के कारण इस साल एक दर्जन अखाड़ों के कलाकारों ने अपने करतब दिखाए। अनेक झिलमिलाती झांकियों से एक बार फिर से सीहोर की वर्षों पुरानी परंपरा जीवंत हो उठी। क्षेत्र के लोगों ने चल समारोह में रातभर भारी संख्या में अखाड़े और झांकियों के प्रदर्शन को देखा। सुबह सात बजे तक झांकी लीसा टाकीज चौराहे पर पहुंची। इस मौके पर भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा की झांकी को प्रथम पुरस्कार मिला। अखाड़ों के इस प्रदर्शन को देखकर नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर भी भाला लेकर मैदान में आ गए और अपनी कला का प्रदर्शन किया।

मंच बनाकर किया स्वागत, हुई फूलों की वर्षा-
झांकियों का स्वागत, सत्कार करने एवं फूलों की वर्षा करने के लिए नगर पालिका द्वारा भव्य मंच बनाया गया था। जहां पर नगर पालिका के अध्यक्ष प्रिंस राठौर सहित सभी पार्षदों और क्षेत्रवासियों ने झांकियों के साथ चल रहे अखाड़ों के उस्तादों को मंच पर बुलाकर सम्मान के साथ आर्थिक रूप से पुरस्कृत किया। अध्यक्ष ने पुरस्कार के रूप में झांकियों का निर्माण करने वाले और अखाडों को नगद राशि प्रदान की। नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर की घोषणा और उत्साहवर्धन का नतीजा था कि लगातार दूसरी बार शहर में अनंत चतुर्दशी का माहौल था। इस मौके पर नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर ने सभी अखाड़ों को 11 हजार रुपए की राशि प्रदान की है। इसके अलावा झांकी में दूसरा पुरस्कार कावड़ा यात्रा और तीसरा पुरस्कार दशहरा बाग की झांकी को मिला था। इसका निर्माण रमेश केवट, राजू भदौरिया, मनीष, तरुण और प्रेम भदौरिया ने किया था। इस संबंध में जानकारी देते हुए पार्षद लोकेन्द्र वर्मा ने बताया कि झिलमिलाती झांकियां अलग-अलग जगहों से निकलकर नगर भ्रमण के लिए सडक़ों पर उतरी।

हिन्दु उत्सव समिति के प्रयास हुए सार्थक-
प्राचीन काल से चली आ रही नगर की गौरवशाली परंपरा को जीवंत बनाए रखने के लिए हिन्दु उत्सव समिति विगत दो वर्षों से प्रयासरत है। अनंत चतुर्दशी पर जब झिलमिलाती झांकियों और अखाड़े सहित गणेश प्रतिमा बड़ी संख्या में शामिल हुई, जिनका हिन्दु उत्सव समिति द्वारा महंत नारायणदास, वरिष्ठ समाजसेवी अखलेश राय, युवा नेता पंकज गुप्ता, पार्षद लोकेन्द्र वर्मा, तुलसीराम सेन, हिन्दु उत्सव समिति के अध्यक्ष आशीष गुप्ता, प्रवक्ता राजेन्द्र नागर, देवेश अग्रवाल, कमलेश अग्रवाल, संतोष सोनी, कार्तिक सोनी, शंकर शर्मा द्वारा अखाड़ों के खलिफाओं को साफा बांधकर एवं कलाकारों को अंग वस्त्र भेंटकर, स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया।

रेहटी में भी निकला चल समारोह, रही गणेशोत्सव की धूम-
10 दिनी गणेशोत्सव की धूम सीहोेर जिलेे के रेहटी नगर में भी रही। यहां पर भी एक से बढ़कर एक झांकियां सजाई गई थीं। हनुमान चौक, बस स्टैंड सहित कई अन्य स्थानों पर भव्य रूप से गणेश प्रतिमाओें की स्थापना की गई थी। इसके बाद अनंत चतुर्दशी पर भव्य रूप से गणेशजी का चल समारोह निकाला गया। इस दौरान चल समारोह नगर के प्रमुख मार्गों सेे होता विसर्जन के लिए ले जाया गया। कई प्रतिमाओें कोे विसर्जन के लिए नर्मदा घाटोें पर ले जाया गया तोे कई प्रतिमाओें को स्थानीय प्रशासन द्वारा बनाए गए विसर्जन घाट पर ही विसर्जित किया गया। इस दौरान जगह-जगह पुलिस टीम भी तैनात रही।

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