INS रणवीर विस्फोट: शहीद कैप्टन कृष्ण का पूरा परिवार मिलिट्री में, नौसैनिक बेटी पार्थिव शरीर लेकर लौटी
पानीपत
पानीपत के रहने वाले कैप्टन कृष्ण (47) की भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS रणवीर पर हुए विस्फोट में जान चली गई। कृष्ण नौसेना में एमसीपीओ फर्स्ट पद पर तैनात थे। वह मूलरूप से मतलौडा खंड के गांव सुताना का रहने वाले थे। उनकी बेटी भी भारतीय नौसेना में हैं। उन्हें पिता के साथ हुए हादसे की खबर मिली तो आंखों से आंसू बहने लगे। वहीं, उनके गांव सुताना में मातम पसर गया है।
कृष्ण का पूरा परिवार सैन्य पृष्ठभूमि से
कैप्टन कृष्ण वो जाबांज थे, जिनका पूरा परिवार सैन्य पृष्ठभूमि से है। कैप्टन कृष्ण के पिता पंडित गोपीचंद भी सेना में थे और शहीद हुए थे। उनके बड़े भाई विष्णुदत्त भारतीय सेना में थे, जो कि वर्ष 2002 में शहीद हो गए थे। विष्णुदत्त के बेटे रघु भी भारतीय सेना में हैं, और वह कैप्टन हैं। उनका छोटा बेटा पम्मी मर्चेंट नेवी में तैनात है।
MCPO पद पर थे कृष्ण, बेटी भी नौसेना में
कृष्ण 47 साल के थे। उनके दादा-दादी गांव में रहे। वहीं, उनकी बेटी खुद भारतीय नौसेना का हिस्सा हैं, जो कई जगह तैनात रह चुकी हैं। जब बेटी को कैप्टन कृष्ण के शहीद होने की सूचना मिली तो वो सुन्न हो गईं। आज कृष्ण को अंतिम विदाई दी जाएगी। इसलिए, उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव सुताना लाया गया है। एक परिजन ने बताया कि, कृष्ण कुमार का शव आज दोपहर 12 बजे के करीब सिवाह रोहतक बाईपास के पास पहुंचेगा। यहां से गांव सुताना तक पार्थिव शरीर के साथ सम्मान यात्रा निकाली जाएगी।
अंतिम यात्रा में 14 किलोमीटर का काफिला
बताया जा रहा है कि, उनकी अंतिम यात्रा में 14 किलोमीटर का काफिला होगा, जिसमें लोग बाइक और अन्य वाहनों पर सवार होंगे। कृष्ण के बड़े भाई सुभाष ने बताया कि, गुरुवार सुबह 9:30 बजे मुंबई से कृष्ण दिल्ली के एयरपोर्ट पर लाए गए। जहां से 11 बजे के करीब उनका पार्थिव शरीर, नौसेना पानीपत लाएगी। उसके बाद उनकी अंत्येष्टि होगी।
मुंबई में हुए हादसे में गई 3 की जान
गांव के एक बुजुर्ग ने बताया कि, मुंबई में नौ सेना के युद्धपोत आईएनएस रणवीर पर विस्फोट हुआ था। उस हादसे में कृष्ण समेत 3 जवान शहीद और 11 घायल हुए। यह हादसा नेवल डॉकयार्ड में हुआ था। कैप्टन कृष्ण नौसेना में एमसीपीओ फर्स्ट पद पर तैनात थे।उनका पूरा परिवार ही सैन्य पृष्ठभूमि वाला है।