धर्म

मकर संक्रान्ति 15 को, शुभ फल प्राप्ति के लिए करे ये उपाय

हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, भगवान सूर्य बारह राशियों के भ्रमण के दौरान जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। इस त्योहार को सरकात, लोहड़ा, टहरी, पोंगल आदि नामों से जानते हैं। मकर राशि के सूर्य होने पर तिल खाना शुभ होता है। इस दिन स्नान व दान का भी विशेष महत्व माना गया है। बालाजी ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र के पंडित सौरभ गणेश शर्मा के अनुसार आमतौर पर 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। लेकिन इस बार पंचागों के अनुसार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाना शुभ होगा। पंचागों के अनुसार इस बार 15 जनवरी को मकर संक्रांति स्पष्ट है।

शुभ_मुहूर्त-
मकर संक्रान्ति पुण्य काल – 07:15 एएम से 05:46 पीएम
अवधि – 10 घण्टे 31 मिनट्स
मकर संक्रान्ति महा पुण्यकाल – 07:15 एएम से 09:00 एएम
अवधि – 01 घण्टा 45 मिनट्स
मकर संक्रान्ति का क्षण – 02:54 ए एम
चूड़ा, तिल, मिठाई, खिचड़ी सामग्री व गर्म कपड़े दान करने से सुख-समृद्धि आती है।
मकर राशि के सूर्य के साथ ही पुण्यकाल में स्नान व दान के बाद चूड़ा-दही व तिल खाना शुभ होगा। पुण्यकाल में स्नान के बाद तिल का होम करने और चूड़ा, तिल, मिठाई, खिचड़ी सामग्री, गर्म कपड़े दान करने व इसे ग्रहण करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। मकर राशि के सूर्य होते ही सूर्यदेव उतरायण हो जाते हैं और देवताओं के दिन और दैत्यों के लिए रात शुरू होती है। खरमास खत्म होने के साथ ही माघ माह शुरू हो जाता है।
मकर संक्रांति पूजा विधि-
पंडित सौरभ गणेश शर्मा ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य उत्तरायण होते हैं। इसी के साथ देवताओं के दिन शुरू होने से मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं। सूर्य देव को मकर संक्रांति के दिन अर्घ्य के दौरान जल, लाल पुष्प, फूल, वस्त्र, गेहूं, अक्षत, सुपारी आदि अर्पित की जाती है। पूजा के बाद लोग गरीबों या जरूरतमंद को दान देते हैं। मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी का विशेष महत्व होता है। इस बार शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि में व्यातिपात योग, शतभिषा नक्षत्र और 15 जनवरी 2024 सोमवार के संयोग में सूर्य प्रात: 02 बजकर 54 मिनट पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को मकर संक्रांति कहते हैं। मकर संक्रांति पर
सूर्य को अर्घ्य दें:-
इस दिन सूर्य उत्तरायण होता है। इस दिन से दिन धीरे-धीरे बड़ा होने लगता है और रातें छोटी। इस दिन सूर्य को अर्घ्य देने और उनकी पूजा करने का महत्व है। इससे सभी तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं और धन समृद्धि बढ़ती है। संक्रांति के दिन सूर्य को तांबे के लोटे के जल भर कर उसमें कुंकुम, अक्षत, तिल तथा लाल रंग का फूल डालकर जल अर्पित करें। जल अर्पित करते समय •‘ऊँ घृणि सूर्याय नम:” मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूरी होगी।
शनि पूजा करें:
माना जाता है कि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनिदेव से नाराजगी त्यागकर उनके घर गए थे, इसलिए इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से पुण्य हजार गुना हो जाता है। शनि की उपासना करने से शनिदोष दूर होता है और धन संबंधि समस्या का समाधान होता है।
पितृ तर्पण करें:-
इस दिन पितरों की शांति के लिए जल युक्त अपर्ण करें। पितरों को जल देते समय उसमें तिल का प्रयोग करें इससे घर-परिवार को आरोग्य, सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है।
विष्णु लक्ष्मी पूजा करें:
इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा और आराधना करने का बहुत महत्व है। इससे माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इस दिन विशेष तौर पर गायों को हरा चारा खिलाया जाता है। कहते हैं इससे चंद्र और शुक्र दोष दूर होता है और धन संबंधि समस्या का समाधान होकर बरकत बनी रहती है।
तिल गुड़ के उपाय:
काले तिल और गुड़ के लड्डू बनाकर खाने से जहां घर में सुख समृद्धि आती है, वहीं इसका दान करने से सूर्य-शनि दोनों की कृपा प्राप्त होती है। मकर संक्रांति के दिन एक मुठ्ठी काले तिल लेकर परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर 7 बार उतारकर घर के उत्तर दिशा में फेंक देने की भी मान्यता है, इससे अनायास होने वाली धनहानि में कमी आकर घर में धन की बरकत बनी रहती है।
उत्तर भारत में इस दिन खिचड़ी का भोग लगाया जाता है और गुड़-तिल, रेवड़ी, गजक का प्रसाद भी बांटा जाता है। इससे घर में सुख, समृद्धि, धन, धान्य, लक्ष्मी कृपा बनी रहती है। मकर संक्रांति पर गुड़ एवं कच्चे चावल बहते हुए जल में प्रवाहित करना शुभ रहता है। संक्रांति के दिन काले तिल के लड्डू, नमक, गुड़, काले तिल, फल, खिचड़ी और हरी सब्जी का दान अतिशुभ माना गया है। इस दिन तिल गुड़ या रेवड़ी का दान किया जाता है। इस दिन गरीबों को या जरूरतमंदों को दान देने से पुण्य हजार गुना हो जाता है। इस दिन ऊनी कपडे, कम्बल, तिल और गुड़ से बने व्यंजन व खिचड़ी दान करने से सूर्य नारायण एवं शनि की कृपा प्राप्त होती है। अपने सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिए मकर संक्रांति के दिन चौदह की संख्या में किसी भी एक चीज़ का सुहागिन औरतों को दान करना चाहिए। घी का दान करना शुभ होता है। इस दिन घी का दान करने से मान-सम्मान, यश और भौतिक सुविधाओं की प्राप्ति होती है। मकर संक्रांति के दिन पक्षियों को दाना खिलाना शुभ माना गया है। इससे धन समृद्धि और बरकत में लाभ होता है।
पंडित सौरभ गणेश शर्मा। ज्योतिषाचार्य बालाजी ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र शास्त्री कॉलोनी स्टेशन रोड सीहोर 9229112381

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