राजस्व महा अभियान : 0.69 स्कोर के साथ सीहोर जिला प्रदेश में चौथे पायदान पर, रेहटी तहसील अव्वल
राजस्व महाभियान के तहत कुल 5873 प्रकरणों का हुआ निराकरण
सीहोर। प्रदेश के साथ ही जिले में 15 जनवरी से 10 मार्च 2024 की अवधि तक राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए राजस्व महाभियान चलाया गया। राजस्व महाभियान के तहत नामान्तरण, बंटवारा, सीमांकन, अभिलेख दुरुस्ती, नक्शे पर तरमीम सहित अन्य राजस्व संबंधी प्रकरणों का निराकरण किया गया। कलेक्टर प्रवीण सिंह के निर्देशन में जिले में चलाए गए राजस्व महाभियान में राजस्व प्रकरणों के निराकरण में सीहोर जिला प्रदेश में चौथे स्थान पर रहा तथा रेहटी तहसील राजस्व महाभियान में जिले में पहले स्थान पर रहा। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बताया कि राजस्व महाभियान में सीहोर जिला 0.69 स्कोर के साथ प्रदेश मे चैथे पायदान पर रहा तथा रेहटी तहसील 0.75 स्कोर के साथ जिले में पहले पायदान पर रही। राजस्व महाभियान के तहत कुल 5875 प्रकरणों में से 5873 प्रकरणों का निराकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि राजस्व महाभियान के तहत जिले के राजस्व एवं संबंधित अधिकारियों ने अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण का प्रयास किया है। राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर ग्रामवासियों के आवेदन लेकर निराकरण किया गया।
राजस्व महाभियान में लंबित प्रकरणों का निराकरण –
राजस्व महाभियान के तहत लंबित 1900 प्रकरण थे। इन सभी प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया। इसी प्रकार जिले के कुल 10691 ग्रामों में शत प्रतिशत बी-वन का वाचन किया गया। जिले में अभिलेख दुरुस्त के सभी 238 प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसी प्रकार नामांतरण के कुल 1097 से 1095 प्रकरणों में नामांतरण का कार्य किया गया। बंटवारे के 362 मामलों में सभी 362 प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया है। जिले में राजस्व अभियान के तहत सीमांकन के प्राप्त सभी 203 आवेदन पर सीमांकन का कार्य पूर्ण किया गया।
नवीन प्रकरणों का निराकरण –
इस राजस्व महाभियान के अंतर्गत प्राप्त नवीन 4392 प्रकरणों में से 3975 प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया है। इसी प्रकार अभिलेख दुरुस्ती के 277 नए प्रकरणों में 276 प्रकरणों में दुरूस्ती का कार्य किया गया। नवीन नामांतरण के 3345 मामलों में 3105 प्रकरणों का निराकरण किया गया। नवीन सीमांकन के 264 में से 243 प्रकरणों में सीमांकन का कार्य कर दिया गया।