सुमित शर्मा, सीहोर।
बुधनी विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर कवायद तेज हो गई है। उपचुनाव में जहां भाजपा सहित कांग्रेस के नेताओं में टिकट को लेकर होड़ लगी हुई है तो वहीं उनकी भोपाल तक भी दौड़ जारी है। इधर पार्टी स्तर पर भी उपचुनाव को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है। इसी कड़ी में सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश सह प्रभारी सतीश उपाध्याय, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंदजी सहित केन्द्रीय ससंदीय बोर्ड के सदस्य डॉ. सत्यनारायण जटिया, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेन्द्र शुक्ल, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, प्रहलाद पटेल, वरिष्ठ नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा, अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य, प्रदेश महामंत्री व विधायक भगवानदास सबनानी, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष व सांसद माया नारोलिया, सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल एवं पूर्व मंत्री रामपाल सिंह भी उपस्थित रहे। बैठक में बुधनी विधानसभा के साथ ही विजयपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। इधर उपचुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस द्वारा भी समन्वय समिति का गठन किया गया है। इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण यादव, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सहित बुधनी के प्रभारी पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल को भी शामिल किया गया है। इन नेताओं ने सोमवार 14 अक्टूबर को बुधनी विधानसभा क्षेत्र के भैरूंदा, गोपालपुर, लाड़कुई में बैठक की तो वहीं 15 अक्टूबर को शाहगंज, बुधनी एवं रेहटी ब्लॉक में बैठक करेंगे। इस दौरान प्रत्याशियों को लेकर फीडबैक भी लिया गया है एवं नेताओं, कार्यकर्ताओं से रायशुमारी की गई है।
इनके नामों पर चर्चा, कई नेताओं की दावेदारी –
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित हुई प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में बुधनी के साथ ही विजयपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के प्रत्याशियों पर चर्चा हुई। इस दौरान विजयपुर से तो सिंगल नाम रामनिवास रावत पर लगभग सभी की सहमति बन गई है, लेकिन बुधनी विधानसभा के उपचुनाव में कई दावेदार हैं। इनमें पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत, गुरूप्रसाद शर्मा, कार्तिकेय सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, भैरूंदा नगर परिषद के अध्यक्ष मारूति शिशिर, वरिष्ठ नेता आसाराम यादव, रामनारायण साहू, रघुनाथ सिंह भाटी, सुनील कुमार माहेश्वरी, निर्मला बारेला के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो बैठक में जिन नामों पर चर्चा हुई है उनमें पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत, कार्तिकेय सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, नगर परिषद भैरूंदा के अध्यक्ष मारूति शिशिर के नामों पर भी चर्चा हुई है। अब यहां से तीन नामों का पैनल दिल्ली भेजा जाएगा, जहां से अधिकृत प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी।
दावेदारों की लग रही भोपाल दौड़-
बुधनी विधानसभा से भाजपा में कई दावेदार टिकट के लिए जोर आजमाईश कर रहे हैं। इसके लिए वे लगातार भोपाल दौड़ रहे हैं, ताकि उनका नाम अंतिम तीन में आए। पिछले दिनों जहां बुधनी विधानसभा के एक दर्जन से अधिक नेता प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे थे और सभी ने एक सुर में कार्तिकेय सिंह चौहान का नाम प्रदेश अध्यक्ष व्हीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंदजी के सामने रखा था। इसके बाद गत दिवस वरिष्ठ नेता आसाराम यादव के समर्थन में भी बुधनी विधानसभा के नेता भोपाल पहुंचे थे। अब सोमवार को भी नेताओं की गाड़ियों भोपाल पहुंची है।
कांग्रेस में विक्रम मस्ताल शर्मा की प्रबल दावेदारी, राजकुमार पटेल भी दौड़ में –
इधर कांग्रेस पार्टी से बुधनी विधानसभा के उपचुनाव में युवा नेता विक्रम मस्ताल शर्मा ’हनुमानजी’ की प्रबल दावेदारी सामने आ रही है। हालांकि टिकट की दौड़ में पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल भी हैं। विक्रम मस्ताल शर्मा को कांग्रेस पार्टी ने 2023 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के शिवराज सिंह चौहान के सामने प्रत्याशी बनाया था और उन्होंने करीब 60 हजार वोट भी हासिल किए थे। इसके बाद से वे लगातार क्षेत्र में सक्रिय भी हैं। किसानों, कांग्रेस के आयोजनों, धरना, प्रदर्शन में भी शामिल होकर पुरजोर तरीके से विरोध जता रहे हैं। इसके अलावा लगातार क्षेत्र के गांव-गांव में पहुंचकर जनसंपर्क में भी जुटे हुए हैं। लगातार जनकल्याणकारी मुद्दों को भी उठा रहे हैं। राजकुमार पटेल भी बुधनी विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। वे यहां से पूर्व विधायक भी रहे हैं। हालांकि 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें भोजपुर विधानसभा से टिकट दिया था और वे वहां पर हार गए थे। अब उनकी बुधनी उपचुनाव में भी टिकट की दावेदारी है।
ये रहे बुधनी विधानसभा से अब तक के विधायक –
वर्ष 1957 से राजकुमारी सूरज कला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से विधायक रहीं। वर्ष 1962 से बंसीधर स्वतंत्र रूप से विधायक रहे। वर्ष 1967 में मोहन लाल शिशिर भारतीय जनसंघ से, वर्ष 1972 में शालिग्राम वकील स्वतंत्र, वर्ष 1977 में शालिग्राम वकील जनता पार्टी से, वर्ष 1980 से केएन प्रधान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा), वर्ष 1985 से चौहान सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से, वर्ष 1990 से शिवराज सिंह चौहान भाजपा से, वर्ष 1992 (पोल द्वारा) मोहन लाल शिशिर भाजपा, वर्ष 1993 राज कुमार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से, वर्ष 1998 देव कुमार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से, वर्ष 2003 में राजेन्द्र सिंह राजपूत भाजपा से, वर्ष 2006 (पोल द्वारा) शिवराज सिंह चौहान भाजपा से, वर्ष 2008 शिवराज सिंह चौहान भाजपा से, वर्ष 2013 शिवराज सिंह चौहान भाजपा से, वर्ष 2018 शिवराज सिंह चौहान भाजपा से एवं वर्ष 2023 में शिवराज सिंह चौहान भाजपा से विधायक रहे। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय मंत्री बनने के बाद बुधनी विधानसभा से इस्तीफा सौंप दिया। वर्तमान में यह रिक्त रिक्त है और यहां पर उपचुनाव की तैयारियां हैं।