सीहोर। बुधनी विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा के बाद कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने बुधनी विधानसभा के उपचुनाव के लिए पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले राजकुमार पटेल 1993 के विधानसभा चुनाव में भी जीतकर बुधनी विधानसभा से नेतृत्व कर चुके हैं। अब एक बार फिर से कांग्रेस ने उन्हें यहां से प्रत्याशी घोषित किया है। इससे पहले भाजपा ने यहां से पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। इधर कांग्रेस से इस्तीफा सौंपकर युवा नेता अर्जुन आर्य ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। सपा ने उन्हें बुधनी उपचुनाव में अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। अब बुधनी में त्रिकोणीय मुकाबला भी देखने को मिलेगा। अब प्रत्याशियों के घोषित होने के बाद चुनाव प्रचार भी जोर पकड़ेगा।
बुधनी विधानसभा उपचुनाव के रण में कांग्रेस, बीजेपी दोनों दलों ने अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है। प्रत्याशियों की घोषणा के बाद अब चुनाव प्रचार भी जोर पकड़ेगा। राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो इस बार बुधनी विधानसभा के उपचुनाव में बेहद कांटे का मुकाबला होगा। हालांकि भाजपा जहां मुकाबले को एकतरफा बता रही है तो वही कांग्रेस भी अपनी जीत को लेकर दावा कर रही है।
अर्जुन आर्य ने छोड़ी कांग्रेस, सपा ज्वाइन की –
बुधनी विधानसभा के युवा कांग्रेस नेता अर्जुन आर्य ने भी कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली है। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के समक्ष समाजवादी पार्टी ज्वाइन की। अब समाजवादी पार्टी ने अर्जुन आर्य को बुधनी विधानसभा से अपना अधिकृत प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। कांग्रेस से इस्तीफा सौंपने से पहले अर्जुन आर्य ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी पोस्ट किया है। इस वीडियो में वे कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं की रीति नीति को गलत बताते हुए कह रहे हैं कि इन नेताओं के कारण ही आज कांग्रेस की दुर्दशा हुई है। यहां बता दें कि अर्जुन आर्य लगातार किसानों, आदिवासियों, युवाओं के मुद्दों को लेकर मैदान में उतरते रहे हैं। वे गौ माताओं को लेकर पद यात्रा भी कर चुके हैं।