सुमित शर्मा, सीहोर
9425665690
एक तरफ बांग्लादेश में हिन्दुओं, अल्पसंख्यकों (बांग्लादेश में हिन्दु अल्पसंख्यक माने जाते हैं) के साथ लगातार अत्याचार, लूट, महिलाओं के साथ दुराचार, अमानवीय व्यवहार की घटनाएं सामने आ रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा में भी हिन्दुओं के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। बुधनी विधानसभा के भैरूंदा, चकल्दी क्षेत्र के आदिवासी गांवों सहित कई अन्य गांवों में जमकर धर्मांतरण करके हिन्दुओें को मुस्लिम एवं ईसाई बनाया जा रहा है। इसके उदाहरण भी लगातार सामने आ रहे हैं। गत दिनों जहां भैरूंदा विकासखंड के गांव पाडलिया में आदिवासियों द्वारा ईसाई धर्म अपनाने का मामला सामने आया था तो वहीं एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें महिलाएं इशु से फायदा होने की बातें कहते हुए सुनाई दे रही है। प्रत्येक रविवार को यहां पर प्रार्थना सभा भी आयोजित की जाती है, जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग शामिल होकर प्रार्थना करते हैं। इसी तरह चकल्दी क्षेत्र के आदिवासी गांवों में भी आदिवासी समुदाय के लोग ईसाई एवं मुस्लिम धर्म को अपना रहे हैं। रेहटी तहसील के रतनपुर-सेमरी के पास बने टप्पर में निवास करने वाले आदिवासी भी ईसाई धर्म अपना चुके हैं एवं यहां भी प्रार्थना सभा की जाती है। ऐसे कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिसमें आदिवासी समुदाय के लोग ईसाई एवं मुस्लिम धर्म को अपना रहे हैं। इतना सब होने के बाद अब हिन्दुवादी संगठनों सहित राजनीतिक दलों एवं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। एक तरफ बुधनी विधानसभा मध्यप्रदेश की सबसे हाईप्रोफाइल विधानसभा सीट रही है तो वहीं इस सीट पर लंबे समय से भाजपा का कब्जा है। यहां से लगातार भाजपा की जीत होती रही है। गांव-गांव में भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं की फौज है। आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल सहित कई अन्य हिन्दुवादी संगठन भी यहां पर सक्रिय हैं। इसके बाद भी लगातार आदिवासियों का धर्मांतरण किया जा रहा है।
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एक तरफ बांग्लादेश में हिन्दुओं, अल्पसंख्यकों (बांग्लादेश में हिन्दु अल्पसंख्यक माने जाते हैं) के साथ लगातार अत्याचार, लूट, महिलाओं के साथ दुराचार, अमानवीय व्यवहार की घटनाएं सामने आ रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा में भी हिन्दुओं के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। बुधनी विधानसभा के भैरूंदा, चकल्दी क्षेत्र के आदिवासी गांवों सहित कई अन्य गांवों में जमकर धर्मांतरण करके हिन्दुओें को मुस्लिम एवं ईसाई बनाया जा रहा है। इसके उदाहरण भी लगातार सामने आ रहे हैं। गत दिनों जहां भैरूंदा विकासखंड के गांव पाडलिया में आदिवासियों द्वारा ईसाई धर्म अपनाने का मामला सामने आया था तो वहीं एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें महिलाएं इशु से फायदा होने की बातें कहते हुए सुनाई दे रही है। प्रत्येक रविवार को यहां पर प्रार्थना सभा भी आयोजित की जाती है, जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग शामिल होकर प्रार्थना करते हैं। इसी तरह चकल्दी क्षेत्र के आदिवासी गांवों में भी आदिवासी समुदाय के लोग ईसाई एवं मुस्लिम धर्म को अपना रहे हैं। रेहटी तहसील के रतनपुर-सेमरी के पास बने टप्पर में निवास करने वाले आदिवासी भी ईसाई धर्म अपना चुके हैं एवं यहां भी प्रार्थना सभा की जाती है। ऐसे कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिसमें आदिवासी समुदाय के लोग ईसाई एवं मुस्लिम धर्म को अपना रहे हैं। इतना सब होने के बाद अब हिन्दुवादी संगठनों सहित राजनीतिक दलों एवं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। एक तरफ बुधनी विधानसभा मध्यप्रदेश की सबसे हाईप्रोफाइल विधानसभा सीट रही है तो वहीं इस सीट पर लंबे समय से भाजपा का कब्जा है। यहां से लगातार भाजपा की जीत होती रही है। गांव-गांव में भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं की फौज है। आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल सहित कई अन्य हिन्दुवादी संगठन भी यहां पर सक्रिय हैं। इसके बाद भी लगातार आदिवासियों का धर्मांतरण किया जा रहा है।
आदिवासियों के लिए सरकार का खुला है खजाना –
मध्यप्रदेश में सरकार चाहे भाजपा की हो या कांग्रेस की, सभी ने आदिवासियों के लिए अपना खजाना खोला है। पिछले करीब 20 सालों से मध्यप्रदेश में भाजपा ही सत्ता पर काबिज है। भाजपा ने आदिवासियों के हितों की हमेशा से चिंता की है। आदिवासियों के लिए कई योजनाएं शुरू की गईं हैं तो वहीं इनके बच्चों को बेहतर एवं उच्च शिक्षा के लिए भी कई सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। निःशुल्क शिक्षा के साथ में कई अन्य सुविधाएं भी आदिवासियों के लिए दी गईं हैं। कच्चे मकानों को पक्का बनाया गया है तो वहीं कई योजनाओं का लाभ भी इन्हें दिया गया है। बुधनी विधानसभा की बात करें तो यहां पर करीब 2 लाख 76 हजार मतदाता हैं। इनमें से 60 हजार से ज्यादा मतदाता आदिवासी वर्ग के हैं और सरकार ने हमेशा से इनका ध्यान रखा है। कांग्रेस का भी फोकस हमेशा से आदिवासी वोटरों पर ही रहा है। ऐसे में पैसों के लालच में आदिवासी धर्म परिवर्तन करके ईसाई एवं मुस्लिम धर्म को अपना रहे हैं। यह स्थिति भाजपा के साथ ही कांग्रेस के लिए भी बेहतर नहीं है।
मध्यप्रदेश में सरकार चाहे भाजपा की हो या कांग्रेस की, सभी ने आदिवासियों के लिए अपना खजाना खोला है। पिछले करीब 20 सालों से मध्यप्रदेश में भाजपा ही सत्ता पर काबिज है। भाजपा ने आदिवासियों के हितों की हमेशा से चिंता की है। आदिवासियों के लिए कई योजनाएं शुरू की गईं हैं तो वहीं इनके बच्चों को बेहतर एवं उच्च शिक्षा के लिए भी कई सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। निःशुल्क शिक्षा के साथ में कई अन्य सुविधाएं भी आदिवासियों के लिए दी गईं हैं। कच्चे मकानों को पक्का बनाया गया है तो वहीं कई योजनाओं का लाभ भी इन्हें दिया गया है। बुधनी विधानसभा की बात करें तो यहां पर करीब 2 लाख 76 हजार मतदाता हैं। इनमें से 60 हजार से ज्यादा मतदाता आदिवासी वर्ग के हैं और सरकार ने हमेशा से इनका ध्यान रखा है। कांग्रेस का भी फोकस हमेशा से आदिवासी वोटरों पर ही रहा है। ऐसे में पैसों के लालच में आदिवासी धर्म परिवर्तन करके ईसाई एवं मुस्लिम धर्म को अपना रहे हैं। यह स्थिति भाजपा के साथ ही कांग्रेस के लिए भी बेहतर नहीं है।
बुधनी से आदिवासी नेता को कैबिनेट मंत्री का दर्जा-
बुधनी विधानसभा से विधायक एवं मध्यप्रदेश में 17 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान लगातार आदिवासियों के बीच पहुंचते रहे। उनके लिए कई घोषणाएं की, योजनाएं शुरू कीं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा के नेताओं को निगम-मंडलों, आयोगों में भी तरजीह दी। वर्तमान में भी आदिवासी नेत्री निर्मला बारेला को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है। वे महिला वित्त विकास निगम की अध्यक्ष हैं। उनके पति सुनील बारेला भी लगातार राजनीति में सक्रिय रहते हैं। हालांकि वे पंचायत सचिव के पद पर हैं, लेकिन नौकरी से ज्यादा उनके लिए राजनीति मायने रखती है। आदिवासी वर्ग में अच्छा खासा दबदबा भी है, लेकिन इसके बाद भी वे आदिवासियों को धर्म परिवर्तन करने से नहीं रोक पा रहे हैं। ऐसे ही अन्य आदिवासी नेता भी शिवराज सिंह चौहान के बेहद करीबी रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी बुधनी विधानसभा में धर्मांतरण तेजी से किया जा रहा है।इधर हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर आरएसएस का जमावड़ा –
बांग्लादेश में हिन्दुओं, अल्पसंख्यकों के साथ लगातार अत्याचार, महिलाओं के साथ दुराचार, लूट, हिंसक वारदातें, अमानवीय व्यवहार की घटनाएं हो रही हैं। इससे पूरा देश गुस्से में है। अब बांग्लादेश में हो रही घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक के आह्वान पर देशभर में 3, 4 एवं 5 दिसंबर को सकल हिन्दू समाज को एकत्रित करने के लिए आयोजन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सीहोर जिले में आरएसएस के जिला बुधनी का आयोजन 3 दिसंबर को भैरूंदा में आयोजित किया जा रहा है। भैरूंदा के दशहरा मैदान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को लेकर आरएसएस द्वारा सकल हिन्दू समाज को आमंत्रित किया गया है। सीहोर में भी आरएसएस ने कार्यक्रम का आयोजन किया है। बांग्लादेश में हिन्दुओं, अल्पसंख्यकों के साथ लगातार घटनाएं हो रही हैं। महिलाओं के साथ अत्याचार, दुराचार किए जा रहे हैं। इसके कारण पूरा देश गुस्से में है। अब आरएसएस द्वारा बांग्लादेश की घटनाओं को लेकर सकल हिन्दु समाज को एकत्रित करने के लिए पहल की गई है। इसके लिए अलग-अलग दिन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। आरएसएस का जिला बुधनी का सेंटर भैरूंदा है, इसके लिए आरएसएस जिला बुधनी द्वारा भैरूंदा के दशहरा मैदान पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 3 दिसंबर को दोपहर 3 बजे से कार्यक्रम आयोजित होगा। इसके लिए सकल हिन्दु समाज को आमंत्रित किया गया है, ताकि हिन्दू समाज अपनी शक्ति, ताकत दिखाए।
बुधनी विधानसभा से विधायक एवं मध्यप्रदेश में 17 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान लगातार आदिवासियों के बीच पहुंचते रहे। उनके लिए कई घोषणाएं की, योजनाएं शुरू कीं। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा के नेताओं को निगम-मंडलों, आयोगों में भी तरजीह दी। वर्तमान में भी आदिवासी नेत्री निर्मला बारेला को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है। वे महिला वित्त विकास निगम की अध्यक्ष हैं। उनके पति सुनील बारेला भी लगातार राजनीति में सक्रिय रहते हैं। हालांकि वे पंचायत सचिव के पद पर हैं, लेकिन नौकरी से ज्यादा उनके लिए राजनीति मायने रखती है। आदिवासी वर्ग में अच्छा खासा दबदबा भी है, लेकिन इसके बाद भी वे आदिवासियों को धर्म परिवर्तन करने से नहीं रोक पा रहे हैं। ऐसे ही अन्य आदिवासी नेता भी शिवराज सिंह चौहान के बेहद करीबी रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी बुधनी विधानसभा में धर्मांतरण तेजी से किया जा रहा है।इधर हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर आरएसएस का जमावड़ा –
बांग्लादेश में हिन्दुओं, अल्पसंख्यकों के साथ लगातार अत्याचार, महिलाओं के साथ दुराचार, लूट, हिंसक वारदातें, अमानवीय व्यवहार की घटनाएं हो रही हैं। इससे पूरा देश गुस्से में है। अब बांग्लादेश में हो रही घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक के आह्वान पर देशभर में 3, 4 एवं 5 दिसंबर को सकल हिन्दू समाज को एकत्रित करने के लिए आयोजन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सीहोर जिले में आरएसएस के जिला बुधनी का आयोजन 3 दिसंबर को भैरूंदा में आयोजित किया जा रहा है। भैरूंदा के दशहरा मैदान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को लेकर आरएसएस द्वारा सकल हिन्दू समाज को आमंत्रित किया गया है। सीहोर में भी आरएसएस ने कार्यक्रम का आयोजन किया है। बांग्लादेश में हिन्दुओं, अल्पसंख्यकों के साथ लगातार घटनाएं हो रही हैं। महिलाओं के साथ अत्याचार, दुराचार किए जा रहे हैं। इसके कारण पूरा देश गुस्से में है। अब आरएसएस द्वारा बांग्लादेश की घटनाओं को लेकर सकल हिन्दु समाज को एकत्रित करने के लिए पहल की गई है। इसके लिए अलग-अलग दिन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। आरएसएस का जिला बुधनी का सेंटर भैरूंदा है, इसके लिए आरएसएस जिला बुधनी द्वारा भैरूंदा के दशहरा मैदान पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 3 दिसंबर को दोपहर 3 बजे से कार्यक्रम आयोजित होगा। इसके लिए सकल हिन्दु समाज को आमंत्रित किया गया है, ताकि हिन्दू समाज अपनी शक्ति, ताकत दिखाए।