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सीहोर बना नशे की “मंडी” अब पुलिस करेगी जागरूक, चलेगा ‘नशे से दूरी है जरूरी’ अभियान

15 से 30 जुलाई तक चलेगा अभियान, होंगी विभिन्न गतिविधियां

सीहोर। नशा ही नशा है… जी हां सीहोर जिले की अमूमन यही स्थिति है। सीहोर जिला मुख्यालय से लेकर जिले के दूर-दराज तक बसे गांवों में नशे का सामान आसानी से उपलब्ध हो जाता है। चाहे यह नशा देशी-विदेशी शराब का हो, गांजे का हो, महुआ शराब का हो, अफीम, डोडा या अन्य किसी सामग्री का हो। हर जगह बेहद आसानी से उपलब्ध हो जाता है। मुख्य मार्गों से लेकर गांव-गांव तक में शराब की दुकानें खुल गई हैं। इन दुकानों पर सुबह से लेकर देर रात तक लोगों की भीड़ भी जमा रहती है, लेकिन अब इस नशे से निजात दिलाने के लिए पुलिस पहल कर रही है। प्रदेशभर सहित सीहोर जिले में नशे से मुक्ति एवं जन – जागरूकता फैलाने के लिए पुलिस द्वारा ‘नशे से दूरी है जरूरी’ अभियान चलाया जाएगा। अभियान 15 से 30 जुलाई तक चलेगा। इससे पहले जिला प्रशासन ने भी नशामुक्ति को लेकर अभियान चलाया था और जन-जागरूकता रैली भी निकाली थी। अब पुलिस का भी अभियान चलेगा, लेकिन पुलिस को अपनी शक्ति और सख्ती दोनों यहां पर दिखानी होगी।
होंगे जागरूकता कार्यक्रम –
पुलिस अधीक्षक सीहोर दीपक कुमार शुक्ला के निर्देशन एवं एएसपी सुनीता रावत सहित अन्य अधिकारियों के मार्गदर्शन में नशे से दूरी है जरूरी अभियान की शुरुआत की गई है। अभियान 15 से 30 जुलाई तक चलेगा। इसकी शुरुआत सीहोर से हुई। इस दौरान एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने आवासीय खेलकूद परिसर से नशे से दूरी है जरूरी नशामुक्ति जन जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद उपस्थित बच्चों को नशा मुक्ति अभियान से संबंधित टी-शर्ट, टोपी, रिस्ट बैंड, बिल्ला वितरण किए गए। रैली भोपाल नाका आवासीय खेलकूद परिसर से रवाना होकर इंग्लिशपुरा, बस स्टैंड, टाउन हॉल होते हुए भोपाल नाका पर पहुंची। यहां इसका समापन किया गया। एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने रैली में शामिल छात्र-छात्राओं तथा उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नशामुक्ति की शपथ भी दिलाई।
मीडिया से भी हुए मुखातिब –
एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि नशे से युवाओं सहित अन्य लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्देश मिले हैं। इसी कड़ी में सीहोर में अभियान की शुरुआत की गई है। अभियान के तहत स्कूल, कॉलेज, पंचायतों सहित अन्य स्थानों पर नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत जिलेभर के थाना क्षेत्रों में कार्यक्रमों का आयोजन होगा। यहां बता दें कि सीहोर जिलेभर में नशे का कारोबार जमकर फलफूल रहा है। शहरों सहित जिलेभर के गांवों में अवैध शराब, गांजा सहित अन्य नशीले पदार्थ आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। इसकी गिरफ्त में सबसे ज्यादा युवा आ रहे हैं। किराना दुकानों से लेकर घरों में से आसानी से शराब, गांजे सहित अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री की जा रही है। पुलिस को अभियान के तहत अपनी शक्ति एवं सख्ती का भी उपयोग करना चाहिए, ताकि नशे के कारोबार में अपनी जिंदगी खराब कर चुके युवा इससे छुटकारा पा सकें।
विभागों एवं सामाजिक संगठनों से भी लिया जाएगा सहयोग –
एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि इस अभियान के दौरान विभिन्न विभागों और सामाजिक संगठनों की भागीदारी से प्रतिदिन अलग-अलग कार्यक्रम किए जाएंगे। इस दौरान पुुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, स्कूल और कॉलेज, ग्राम और नगर सुरक्षा समिति, एनसीसी, स्काउट गाइड, सामाजिक न्याय विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आबकारी विभाग, खेल विभाग की भी भागीदारी होगी। कार्यक्रम के दौरान पम्पलेट वितरण, सार्वजनिक स्थानों पर प्रचार-प्रसार, प्रिंट मीडिया/सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार, डिजिटल स्क्रीन पर वीडियो प्रसारण, सफाई वाहनों द्वारा जानकारी, सेल्फी प्वाइंट का निर्माण, हेल्पलाइन और वेब पोर्टल का प्रसार, शपथ के लिए प्रोत्साहन, टोपी, कलाई रिस्ट बैंड, बैच, पोस्टर बैनर का भी वितरण किया जाएगा।
इसलिए चलेगा अभियान –
नशा मुक्ति अभियान को लेकर एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि ये अभियान नशे के प्रति जनजागरूकता बढ़ाना, नशामुक्ति के लिए प्रोत्साहित करना, समाज में नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान करना सहित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसमें रैली और ड्रग अवेयरनेस रन, नशा विरोधी जन संवाद, नुक्कड़ नाटक, अन्य कलात्मक कार्यक्रम, चित्रकला और निबंध प्रतियोगिता, जनजागरूकता संदेश का प्रसार भी होगा। 30 जुलाई 2025 को अभियान का समापन होगा, जिसमें स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनोें मादक पदार्थो के विरुद्ध चलाए गए अभियान के दौरान जिलेे के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कार्यवाही करते हुए कुल 14 मामलों में मादक पदार्थों की तस्करी एवं सेवन के आरोपी व्यक्तियों के विरुद्ध मामले दर्ज किए गए। 10 मामलों में 20 किलो 223 ग्राम मादक पदार्थ बरामद किए गए, जिसकी अनुमानित कीमत 2 लाख 95 हजार रुपए है। इसमें एक मोटरसाइकिल जप्त की गई तथा एक अभियुक्त के विरुद्ध पिट एनडीपीएस एक्ट के तहत कठोर कानूनी कार्यवाही की गई। इसके अतिरिक्त 4 मामलों में नशे का सेवन करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध भी कानूनी कार्यवाही की गई। इस अवसर पर एएसपी सुनीता रावत, नगर पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिनंदना शर्मा, रक्षित निरीक्षक सीहोर उपेंद्र यादव, सूबेदार प्राची राजपूत सहित अन्य उपस्थित रहे।
नशे के कारोबारी कर रहे करोड़ों की कमाई, युवा हो रहे बर्बाद –
इस नशे के कारोबार से जुड़े लोग तो दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं। लाखों- करोड़ों की कमाई कर रहे हैं, लेकिन इस नशे की गिरफ्त में आ चुके युवा, पुरूष बर्बाद हो रहे हैं। महिलाएं भी धीरे-धीरे इसकी गिरफ्त में आ रही हैं। देश का भविष्य यानी हमारे युवा तेजी से नशे के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। नशे की गिरफ्त में बचपन पूरी तरह से बर्बाद हो रहा है। नशे का सामान भी हर जगह आसानी से उपलब्ध हो रहा है। युवा ओपन बार के रूप में कहीं भी सड़क पर बैठकर पार्टियां मना रहे हैं। सीहोर जिले में तो गांव-गांव में यह स्थिति है कि किरानों की दुकानों से लेकर लोगों ने घरों में शराब की दुकानें खोल रखी हैं। यह आसानी से कहीं भी उपलब्ध हो जाती है। इसके अलावा गांजे की पुड़िया एवं अन्य तरह के नशे का सामान भी आसानी से मिल जाता है। इसकी गिरफ्त में सबसे ज्यादा युवा आ रहे हैं। वे शराब, गांजा पीकर जहां बर्बाद हो रहे हैं तो वहीं परिवारों में भी इनके कारण लड़ाई-झगड़े हो रहे हैं। अब सीहोर में पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस द्वारा इसको लेकर अभियान की शुरूआत की जा रही है। अभियान में पुलिस युवाओं सहित अन्य लोगों को जागरूक करेगी, लेकिन पुलिस को इसके लिए सख्ती भी बरतनी होगी। बिना भय के प्रीत नहीं होती… ऐसी ही स्थिति नशा करने वालों की है। नशे के साथ में सीहोर जिले में अवैध रूप से जुआं, सट्टा एवं डंडी का भी तेजी से चलन है। इस जुआं, सट्टा और डंडी के खेल में भी इनको चलाने व खिलाने वाले तो जमकर कमाई कर रहे हैं, लेकिन इनको खेलने वाले बर्बाद हो रहे हैं। सबसे ज्यादा युवा इसके चंगुल में फंसे हुए हैं। वे जुआं, सट्टा और डंडी के खेल में लाखों के कर्जों में डूब रहे हैं। पुलिस को इन अवैध कार्यों को लेकर भी सख्ती करनी चाहिए, ताकि देश का भविष्य युवा इनकी गिरफ्त से बाहर आए और वह अपने परिवार को खुशियां दें। अब सीहोर पुलिस से उम्मीद है कि वे लोगों के घरों में खुशियां देंगे और इस नशे के कारोबार से सीहोर जिले को मुक्ति दिलाएंगे।

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