बुदनी में खाद की सियासत: कांग्रेस के प्रदर्शन से गरमाई राजनीति, विधायक भार्गव ने संभाला मोर्चा

सीहोर। बुदनी विधानसभा क्षेत्र में खाद की कमी को लेकर चल रही खींचतान ने ठंडी पड़ी राजनीति में जान फूंक दी है। कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद अब विधायक रमाकांत भार्गव ने खुद मैदान में उतरकर मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने न सिर्फ अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं, बल्कि विपक्ष के आरोपों को झूठा साबित करने के लिए खाद वितरण के आंकड़े भी जारी किए हैं।
रविवार को कई गांवों के किसानों ने विधायक रमाकांत भार्गव से मिलकर यूरिया और डीएपी की कमी की शिकायत की। किसानों का कहना था कि खरीफ की फसल के लिए खाद की बहुत जरूरत है, लेकिन सहकारी समितियों में स्टॉक खत्म है। किसानों की शिकायत सुनते ही विधायक ने तुरंत जिला विपणन अधिकारी और एसडीएम को फोन लगाकर निर्देश दिए कि डबल लॉक गोदामों और समितियों से किसानों को तुरंत खाद उपलब्ध कराई जाए। विधायक ने किसानों को भरोसा दिलाया कि बुदनी में खाद की कोई कमी नहीं है और सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है।
बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने
यह मुद्दा अब बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक जंग का कारण बन गया है। शनिवार को किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान ने खाद संकट को लेकर एक ज्ञापन सौंपा और विधायक की अनुपस्थिति को भी मुद्दा बनाया।
बीजेपी का पलटवार
इसके जवाब में बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया। शाहगंज भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन चौहान और बुदनी जनपद अध्यक्ष महेंद्र शर्मा ने कांग्रेस पर फिजूल की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि किसान संतुष्ट हैं और कांग्रेस खुद परेशान है।
विधायक ने जारी किए आंकड़े
विपक्ष के आरोपों को झूठा बताते हुएए विधायक भार्गव ने खाद वितरण के आंकड़े जारी किए। उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल से अब तक बुदनी में 25,818 मीट्रिक टन यूरिया और 12,300 मीट्रिक टन डीएपी का वितरण हो चुका है। उन्होंने कहा कि विपक्ष किसानों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है।
खाद का संकट नहीं
सीहोर हलचल से बात करते हुए विधायक ने साफ कहा कि बुदनी विधानसभा क्षेत्र में कहीं भी खाद का संकट नहीं है और किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद मिल रहा है।