6 माह से खातों में पड़ी है ‘स्मार्ट फिश पार्लर’ की राशि, जगह नहीं खोज पा रहे निकाय

सीहोर। जिले में ‘स्मार्ट फिश पार्लर’ योजना पिछले छह महीनों से ठंडे बस्ते में है। मत्स्य विभाग ने इस योजना के तहत मत्स्य विक्रेताओं के लिए स्वच्छ और आधुनिक दुकानें बनाने हेतु पांच नगर निकायों सीहोर, आष्टा, कोठरी, जावर और बुधनी को 5-5 लाख रुपये की राशि मार्च 2025 में ही उनके खातों में भेज दी थी, लेकिन अभी तक एक भी पार्लर का निर्माण शुरू नहीं हो सका है।
वर्तमान में जिले के मछली बाजारों में खुले में ही मछली बेची जा रही है। इससे आसपास का माहौल गंदगी और दुर्गंध से भरा रहता है, जिससे वहां से गुजरने वाले लोग काफी परेशान हैं। स्मार्ट फिश पार्लर का उद्देश्य इसी समस्या को खत्म करना था। योजना के अनुसार इन पार्लरों में कांच लगाकर स्वच्छ वातावरण में मछली बेचने की व्यवस्था की जानी थी, लेकिन निकायों की उदासीनता के कारण यह योजना धरातल पर नहीं उतर पा रही है।
अभी तक जगह चिन्हित नहीं!
उप संचालक मत्स्योद्योग विभागए प्रशांत हर्ष ने बताया कि कुछ जगहों पर तो अभी तक स्थान का चयन भी नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि विभाग कई बार निकायों को पत्र लिख चुका है, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिल रहा है। इस निष्क्रियता के चलते यह महत्वपूर्ण योजना अब तक अटकी हुई है।