रजिस्ट्री दफ्तर में ड्राइवर का दखल, सवालों के घेरे में प्रशासन की साख

सीहोर। जिला पंजीयक कार्यालय में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन की साख पर सवाल उठ रहे हैं। वेंडरों ने आरोप लगाया है कि जिला पंजीयक का ड्राइवर रवि सोलंकी नियमित कर्मचारियों की अनुपस्थिति में कार्यालय में बैठकर काम करता है और फोन पर वेंडरों को रजिस्ट्री में कमियां बताकर उनसे पैसे ऐंठने और मिलकर काम करने का दबाव बनाता है।
मंगलवार को मीडियाकर्मियों ने जब रवि सोलंकी को फिर से पंजीयक की केबिन में बैठे देखा तो इस पर जानकारी मांगी। लेकिन जिला पंजीयक प्रेमनंदन सिंह ने कोई भी बयान देने से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा हम बयान नहीं देंगे, आपका कोई काम करना हो तो मैं कर दूंगा। इस बीच कैमरा देखते ही रवि सोलंकी कार्यालय से बाहर निकल गया, जिससे संदेह और गहरा गया है। इन आरोपों के बाद एक विभागीय कर्मचारी का तबादला भी कर दिया गया है।
वेंडरों के आरोप: फोन कॉल पर हेरफेर का दबाव
वेंडरों का कहना है कि रवि सोलंकी अपने मोबाइल नंबर 9424943537 से फोन करके रजिस्ट्री की स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन में हेरफेर करने का दबाव बनाता था। कुछ वेंडरों के लाइसेंस पहले ही रद्द किए जा चुके हैं और हाल ही में सीहोर के आठ वेंडरों सहित 20 से ज़्यादा वेंडरों के लाइसेंस रद्द किए जाने की खबरें हैं। वेंडरों ने आरोप लगाया कि सोलंकी झूठी कमियों का हवाला देकर रजिस्ट्री में बदलाव कराता था, ताकि कमीशन निकाला जा सके। वे रोड, प्लॉट की स्थिति और उस पर निर्माण को लेकर मनमानी करता थाए जिससे शासन को मिलने वाले राजस्व में 40 प्रतिशत की हेरफेर हो सके।
जनसंपर्क विभाग का खंडन और कलेक्टर का आश्वासन
इससे पहले जब यह मामला सुर्खियों में आया था तो जिला जनसंपर्क कार्यालय ने एक खंडन जारी कर बताया था कि रवि सोलंकी ड्राइवर है और वह केवल निजी कारणों जैसे टिफिन लाने के लिए दफ्तर आता है और कोई सरकारी काम नहीं करता है। पंजीयक ने भी यह स्पष्ट किया था कि पंजीयन का काम संपदा 2.0 पोर्टल पर बायोमेट्रिक और आइरिस स्कैन के बाद ही होता है, इसलिए कोई बाहरी व्यक्ति काम नहीं कर सकता।
हालांकि, वेंडरों का कहना है कि रवि सोलंकी फोन पर दबाव बनाता था और अधिक ड्यूटी की बात कहकर हेरफेर के लिए उकसाता था। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर बालागुरू ने कहा है कि अगर ड्राइवर की गड़बड़ी साबित होती है, तो इसकी जांच होगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।