सीहोर जिले में आबकारी विभाग सुस्त, महिलाओं ने दिखाई जागरूकता, खोला मोर्चा

सीहोर। जिलेभर में अवैध शराब का कारोबार जमकर फलफूल रहा है। यही कारण है कि इसके खिलाफ लगातार आवाज भी उठाई जा रही है। अवैध शराब को लेकर जहां जिले की भैरूंदा तहसील के ग्राम सेमलपानी, गिल्लौर सहित कई अन्य गांवों की महिलाओं ने मुहिम शुरू की है तो वहीं उनकी इस मुहिम में ग्रामवासियों के साथ ही क्षेत्रीय सांसद एवं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी हैं, लेकिन इसके बाद भी जिले का आबकारी विभाग सुस्त है। विभाग द्वारा न तो उन गांवों में जाकर अवैध शराब की धरपकड़ की जा रही है और न ही इसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों की कोई तत्परता दिखाई दे रही है। यही कारण है कि नवरात्रि में अब महिलाओं ने अपनी शक्ति का प्रयोग किया है एवं अवैध शराब के विरूद्ध मुहिम चलाते हुए रात में घरों पर छापामार अवैध शराब की धरपकड़ भी की है। इससे पहले इन गांवों की महिलाओं ने भैरूंदा पहुंचकर एसडीएम, एसडीओपी, थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर गांवों में बिक रही देशी अवैध शराब पर रोक लगाने की मांग भी की थी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी ज्ञापन सौंपा था। अब इन महिलाओं ने नवरात्रि के अवसर पर मुहिम शुरू की है। इस दौरान आदिवासी महिलाएं ग्राम सेमलपानी पहुंची और यहां की महिलाओं को साथ लेकर कई घरों में बनाई जा रही एवं बेची जा रही कच्छी शराब पकड़ी। इस दौरान डॉयल112 पर फोन करके पुलिस को भी बुलाया और शराब बनाने एवं बेचने बालों को पुलिस के हवाले किया। महिलाओं ने कहा कि अब यह सिर्फ अभियान नहीं, आंदोनल का रूप ले रहा है। सभी आसपास के गांव की महिलाएं जुड़ रही हैं और सहयोग कर रही हैं। महिला संगठन प्रमुख श्वेता इवने के साथ सेमलपानी से शशि कुमरे, सलिता, शर्मीला बरकडे, चिंता कुमरे, मनीषा उईके, मनासा से साधना परते, क्षमा ककोड़िया, कस्तूरबा तुमराम, सगोद उईके, मनाबाई धुर्वे, गिल्लौर से लीलाबाई परते, गोदावरी उईके, मंजू उईके, शगुन तुमराम सहित बड़ी संख्या में महिलाएं अवैध शराब के खिलाफ मुहिम में जुटी हुईं हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवक राकेश प्रजापति एवं अरविंद उईके का भी इस विशेष अभियान में सहयोग रहा।