मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण : प्रशासन ने की तैयारियां, बीएलओ को दिया प्रशिक्षण
- कांग्रेस ने भी किया कार्यशाला का आयोजन, पुलिस ने बताया साइबर अपराधों से कैसे रहे सुरक्षित

सीहोर। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर-2025) कार्यक्रम के अंतर्गत जिला प्रशासन ने भी तैयारियां कर ली है। इसको लेकर जहां कलेक्टर बालागुरू के. ने जिलेभर के सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की तो वहीं बुधनी सहित अन्य विकासखंड मुख्यालयों पर बीएलओ को प्रशिक्षण भी दिया गया। बुधनी विधानसभा क्षेत्र के बूथ लेवल अधिकारियों एवं सुपरवाइजरों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आष्टा एसडीएम नितिन टाले ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मतदाता सूची के शुद्धिकरण और अद्यतन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी ली तथा सभी बीएलओ एवं सुपरवाईजर्स को आवश्यक निर्देश दिए। एसडीएम ने निर्देश दिए कि इस महत्वपूर्ण अभियान के तहत प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल होना चाहिए और अपात्र व्यक्तियों के नाम हटाए जाने चाहिए। मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर कांग्रेस ने भी तैयारियां की है। जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं की कार्यशाला भी आयोजित हुई। इधर बुधनी में हुई बीएलओ और सुपर वाइजर्स की कार्यशाला में पुलिस ने साइबर सुरक्षा से सुरक्षित रहने के बारे में भी बताया। कार्यशाला में बुधनी एसडीएम दिनेश सिंह तोमर, रेहटी तहसीलदार युगविजय सिंह यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
एसआईआर प्रक्रिया में बीएलए की महत्वपूर्ण भूमिका-
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर धर्मशाला सीहोर में कांग्रेस ने भी कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम प्रदेश प्रभारी ललित सेन उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजीव गुजराती ने की। विशेष अतिथि के रूप में पूर्व विधायक शैलेन्द्र पटेल, सीहोर जिले की प्रभारी जयश्री हरि करण, मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम के प्रदेश प्रभारी ललित सेन, इछावर विधानसभा के प्रभारी कैलाश परमार, आष्टा विधानसभा के प्रभारी राजेंद्र मालवीय, सीहोर विधानसभा के प्रभारी दिनेश मेघानी, बुधनी विधानसभा के प्रभारी दीपेश मीना, युवा नेता विक्रम मस्ताल शर्मा उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती एवं कांग्रेस पदाधिकारियों ने किया। कार्यशाला में प्रदेश प्रभारी ललित सेन ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया विधानसभा क्षेत्र में आगामी 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगी। इसके बाद प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन 9 दिसंबर को किया जाएगा। प्रारूप सूची पर दावा-आपत्ति की अवधि 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक रहेगी। इसके पश्चात नोटिस चरण सुनवाई एवं प्रमाणीकरण 9 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 तक तथा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 7 फरवरी 2026 को होगा। अपील की गई है कि सभी साथी एसआईआर प्रक्रिया में सक्रिय सहयोग करें, ताकि मतदाता सूची पूर्ण, शुद्ध एवं त्रुटिरहित हो सके। जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती ने कहा कि कार्यक्रम मतदाता सूची पुनरीक्षण के माध्यम से संगठन को मजबूत करने और हर बूथ पर कांग्रेस की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
साइबर अपराधों से रहे सुरक्षित एवं दूसरों को भी करें-
बुधनी क्षेत्र के नागरिकों को साइबर अपराधों से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन ने जागरूकता अभियान चलाया है। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला, एएसपी सुनीता रावत के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी बुधनी रवि शर्मा के नेतृत्व व थाना प्रभारी डीएसपी चैन सिंह रघुवंशी की अगुवाई में बुधनी पुलिस ने शासकीय एकलव्य आदिवासी शिक्षण संस्थान के आॅडिटोरियम में साइबर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें बुधनी विधानसभा क्षेत्र के लगभग 160 ब्लॉक लेवल आॅफिसर (बीएलओ) ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन थाना प्रभारी बुधनी डीएसपी चैन सिंह रघुवंशी और उप निरीक्षक संदीप जाट ने किया। अधिकारियों ने बीएलओ को विशेष रूप से वर्तमान में तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराधों, सोशल मीडिया फ्रॉड, वित्तीय धोखाधड़ी और मोबाइल सुरक्षा से संबंधित जानकारियां दीं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बुधनी के प्रत्येक नागरिक का सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है।
ये दिए साइबर सुरक्षा के लिए टिप्स –
– अज्ञात लिंक या ओटपी किसी के साथ साझा न करें।
– सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल या पासवर्ड साझा करने से बचें।
– आॅनलाइन शॉपिंग केवल सुरक्षित और विश्वसनीय वेबसाइटों पर ही करें।
– संदिग्ध कॉल, ईमेल या संदेश मिलने पर तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर सूचित करें।
– मोबाइल एवं सोशल मीडिया अकाउंट्स में मजबूत पासवर्ड और टू.फैक्टर आॅथेंटिकेशन का उपयोग करें।
– सार्वजनिक वाई फाई नेटवर्क पर बैंकिंग या किसी भी तरह के ट्रांजेक्शन से बचें।
– बुजुर्गों, महिलाओं एवं युवाओं को आॅनलाइन ठगी से बचाव के प्रति विशेष रूप से जागरूक करें।



