गुरुदेव दत्त कुटी में शिव महापुराण कथा शुरू, कान्हा जी महाराज ने कहा- शिव ही मनुष्य की तकदीर बदलने में समर्थ

सीहोर। नर्मदा तट के उत्तरी छोर पर स्थित गुरुदेव दत्त कुटी तीर्थ क्षेत्र आवली घाट पर भक्तिमय माहौल में शिव श्री महापुराण कथा का विधिवत शुभारंभ हुआ। यह कथा पूज्य नागा बाबा महंत स्वामी जमुना गिरी जी महाराज की प्रेरणा से आयोजित की जा रही है।
कथा का आरंभ मां नर्मदा के पूजन, गुरुदेव दत्त भगवान के पूजन, संपूर्ण देवी-देवताओं के आवाहन और भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। व्यास पीठ पर वृंदावन धाम से पधारे राष्ट्रीय धर्माचार्य पूज्य कान्हा जी महाराज विराजमान हैं। कथा के प्रथम दिवस पर उन्होंने शिव तत्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा किए शिव का अर्थ ही कल्याण है। यह कथा मनुष्य के जीवन के पुरुषार्थ चतुष्टय धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को सिद्ध करने वाली है।
कान्हा जी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य को अपने चित्त, मन, विचार, सोच और बुद्धि में शिव जी की शरणागति ग्रहण करनी चाहिए। उन्होंने दृढ़ता से कहा जो शिव ही मात्र तुम्हारी तकदीर को बदलने का सामथ्र्य रखते हैं, वह कोई और नहीं हो सकता, वह केवल देवों के देव महादेव ही हो सकते हैं।
शिव की शरण में डूबने वाला कभी नहीं डूबता
कान्हा जी महाराज ने आगे कहा कि जो व्यक्ति शिव की आराधना करने वाला है, जो शिव तत्व में डूबने वाला है और जो भगवान शिव की शरणागति को दृढ़ करने वाला है, वह संसार सागर में कभी डूबता नहीं है। इस अवसर पर पूज्य स्वामी जमुना गिरी महाराज ने संपूर्ण क्षेत्र वासियों से इस पावन शिव महापुराण कथा का धर्म लाभ प्राप्त करने का निवेदन किया। कथा श्रवण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आवली घाट स्थित कुटी तीर्थ क्षेत्र पहुंचे।



